Haryana Pollution News: तमाम प्रयासों के बावजूद पराली जलाने पर नहीं लग रही रोक, फतेहाबाद में AQI पहुंचा 500 के पार
Fatehabad Pollution News: पराली पर हो रहे हो-हल्ले और राजनीतिक आरोप- प्रत्यारोप के बीच हरियाणा ने वायु प्रदूषण में दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है. फतेहाबाद में AQI 500 के पार पहुंच गया है. जिले में अब तक 258 स्थानों पर पराली जलाने के मामले भी सामने आए हैं.
Haryana Pollution News: दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी वायु प्रदूषण का बुरा हाल है. फतेहाबाद में वायु प्रदूषण ने दिल्ली को छोड़ा पीछे दिया है. जहां दिल्ली में AQI 300 के ऊपर है, वहीं फतेहाबाद में 500 के पार चला गया एक्यूआई. वायु प्रदूषण का औसतर स्तर 427 पर बना हुआ. वायु प्रदूषण से फतेहाबाद में बेहद गंभीर स्थिति बनी हुई है. जिले के आसपास के इलाकों में जलती पराली ने लोगों की मुश्किलों में और इजाफा कर दिया है. धुंए की परत से सूरज की चमक भी फीकी पड़ गई है. प्रदूषण का मौजूदा स्तर सांस, हृदय और एलर्जी के मरीजों के लिए घातक साबित हो सकता है. जिले में अब तक 250 से अधिक स्थानों पर पराली जलाए जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. वहीं लगभग 125 किसानों से 3 लाख से अधिक का जुर्माना वसूल किया गया है .
फतेहाबाद में वायु प्रदूषण से लोगों को हो रही समस्या
वायु प्रदूषण की मौजूदा स्थिति फतेहाबाद में बेहद गंभीर अवस्था में पहुंच चुकी है. जिले में आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अपने रिकार्ड स्तर 500 को भी पार कर गया. हवा में घुलते जहरीले धुंए के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ सहित एलर्जी की समस्याएं हो रही है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. चिक्तिसकों ने लोगों से खासकर हृदय रोगी, अस्थमा और सांस के मरीजों ये जोर देकर कहा है कि वे अपने घरों के अंदर रहें और बेहद जरूरी होने पर ही बाहर निकलें. प्रदूषण के बढ़ते स्तर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरा शहर किसी गैस चेंबर में तब्दील होकर रह गया है. 100 मीटर से आगे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा. छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए मौजूदा हालत काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
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पराली जलाने से बढ़ रहा वायु प्रदूषण
इस पर एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर यही हालात बने रहे तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. वहीं गेहूं की बिजाई का समय भी नजदीक आ रहा है. फतेहाबाद जिले की हवा में जहर तेजी से घुलता जा रहा है. धान कटाई का काम तेजी से चल रहा है और अंतिम चरण में है. धान कटाई के बाद किसान गेहूं की बिजाई के लिए खेत तैयार करने के लिए लगातार अब पराली जला रहे हैं. नासा ने अब तक जिले में 258 स्थानों पर फसली अवशेष जलाए जाने की सैटेलाइट तस्वीरें भेजी हैं. इसके आधार पर प्रशासन ने आग लगाने वाले 125 किसानों पर सवा तीन लाख से अधिक का जुर्माना वसूला है.
Input- Ajay Mehta