Arvind Kejriwal Uddhav Thackeray Meeting: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सरकारी अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने में लगे हैं. मंगलवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद आज केजरीवाल ने मुंबई में पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. ममता बनर्जी से मीटिंग के बाद दिल्ली के सीएम ने कहा कि उन्हें दीदी का समर्थन मिला है. 


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केजरीवाल ने ट्वीट किया-दिल्ली के लोगों को कल ममता दीदी का साथ मिला. जब मोदी सरकार संसद में दिल्ली के लोगों के खिलाफ बिल पेश करेगी तो तृणमूल कांग्रेस पार्टी दिल्ली वालों के हक में उसका विरोध करेगी. दिल्ली के लोगों की ओर से मैं दीदी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं. वहीं आज केजरीवाल से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि आगामी साल चुनाव का है. इस बार ट्रेन छूट गई तो हमारे देश से प्रजातंत्र गायब हो जाएगा और इसे बचाने के लिए हम एक साथ आए हैं. 


ठाकरे ने कहा, ये विपक्ष बड़ा गोलमाल शब्द है. विरोधी मतलब किसका विरोधी. हम तो सब देश प्रेमी हैं और जो लोग देश से प्रजातंत्र खत्म करना चाहते हैं, मेरा मानना है कि आज से उन्हें विपक्ष या लोकतंत्र विरोधी कहा जाना चाहिए. हम ऐसे ही लोकतंत्र विरोधियों का मुकाबला करने और संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं. 


चुनी सरकार के पास अधिकार होने चाहिए 


उद्धव ठाकरे ने कहा कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट का फैसला जनता द्वारा चुनी सरकार के पक्ष में फैसला सुनाया. केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश ले आई. ये कैसा प्रजातंत्र. उन्होंने पूछा, जनता ने जिस सरकार को अपने लिए चुना, उसके पास कुछ अधिकार होने चाहिए या नहीं. उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा, फिर तो शायद एक दिन ऐसा भी आ जाएगा, जब राज्यों में चुनाव न होकर बस केंद्र में चुनाव हो गए, वो भी संभावना 2024 तक है, उसके बाद.... इसीलिए हम जनता को जगाने के लिए एक साथ आए हैं.


वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उद्धव ठाकरे को शुक्रिया करते हुए कहा, आज दिल्ली के लोगों को शिवसेना और का साथ मिला है. हम मिलकर जन विरोधी और दिल्ली विरोधी कानून को संसद में पास नहीं होने देंगे.