Sanjay Singh: संजय सिंह की जमानत पर AAP से ज्यादा विपक्षी खेमे में खुशी, कहीं बीजेपी ने अपने पांवों पर तो नहीं मार ली कुल्हाड़ी?
संजय सिंह: दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से बेल मिल गई है. उनकी जमानत पर AAP से ज्यादा विपक्षी खेमे में खुशी देखने को मिल रही है. कहीं ऐसा तो नहीं कि इस मामले में बीजेपी ने अपने पांवों में कुल्हाड़ी मार ली है.
Sanjay Singh Bail Order News: दिल्ली शराब नीति मामले में जेल में बंद संजय सिंह को 6 महीने बाद जमानत मिल गई है. ईडी ने दिल्ली शराब नीति मामले में संजय सिंह को 13 अक्टूबर 2023 को अरेस्ट किया था. जिसके बाद अब जाकर उनका जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हुआ है. उनकी इस रिहाई ने केवल आदमी पार्टी को ही नहीं बल्कि समूचे विपक्ष को भी जोश भर दिया है. AAP समेत कई विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है और कहा कि सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं को डराने धमकाने में लगी है.
आज हमारे लिए बड़ा दिन- सौरभ भारद्वाज
संजय सिंह की रिहाई के आदेश पर सौरभ भारद्वाज ने कहा, '... हमने कहा था 21 तारीख का दिन काफी बड़ा था और आज 2 अप्रैल है. मंगलवार का दिन है, हनुमान जी का दिन है. आज aapy के राज्य सभा सांसद संजय सिंह को जमानत मिली है. दिनेश अरोड़ा ने दस बार बयान दिया और उन बयानों में काफी बार संजय सिंह का नाम नहीं लिया और फिर दिनेश अरोड़ा से 11वां बयान लिया गया और उस बयान में उसने गोलमोल बयान दिया और कहा कि संजय सिंह को एक एक करोड़ रुपये दो बार दिए. लेकिन न तो पैसा बरामद हुआ और न ही मनी ट्रेल साबित हुई. जमानत के दौरान कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की और कहा कि ठोस सबूत लाओ नहीं तो हम संजय सिंह को रिहा कर रहे हैं. आज हमारे लिए और आप के लिए बड़ा दिन है.'
'सच परेशान हो सकता है पराजित नहीं'
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा, 'आज संजय सिंह की जमानत ने साबित कर दिया कि सच परेशान हो सकता है लेकिन हार नहीं सकता. आखिर आज साबित हो गया कि अंत में जीत सच की ही होती है. कोर्ट ने ईडी से पूछा कि मनी ट्रेल कहां है. पिछले दो सालों से ईडी- सीबीआई जांच कर रही लेकिन आज तक एक रुपये भी जांच एजेंसी बरामद नहीं कर पाई. चाहे संजय सिंह की गिरफ्तारी हो या अरविंद केजरीवाल कि गिरफ्तारी हो ये सब गिरफ्तारियां सिर्फ अप्रूवर्स के बयान पर की गई.'
सभी लोगों को इंसाफ मिल सकेगा- अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी ने भी AAP नेता संजय सिंह को जमानत मिलने का स्वागत किया है. कन्नौज दौरे पर पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि देश की अदालतों की ओर से फंसाए गए सभी लोगों को इंसाफ मिलेगा और सच सबके सामने आ सकेगा.'
केजरीवाल- सिसोदिया को भी मिले जमानत- कांग्रेस
कांग्रेस भी संजय सिंह को बेल मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया देने में पीछे नहीं रही. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, , सच परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही. मैं यही कहूंगा कि सत्यमेव जयते. मैं अदालत के इस फैसले का स्वागत करता हूं. संजय सिंह की जमानत मामले में एक सवाल सामने आता है. संजय सिंह जैसे ही आरोप अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर भी हैं. उन्हें भी हाई कोर्ट की ओर से तुरंत जमानत मिलनी चाहिए.
बीजेपी की राजनीति को करारा झटका- सीपीआई
AAP के साथ इंडि गठबंधन में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) के महासचिव डी. राजा ने कहा, यह केंद्र सरकार की ओर से की जा रही प्रतिशोध की राजनीति पर करारा झटका है. इससे यह उम्मीद जगेगी कि दूसरों को भी जमानत मिल जाएगी और वे रिहा हो जाएंगे. सत्य की जीत होगी और न्याय की जीत होगी.'
अब हारी हुई सीटें भी जीतेंगे केजरीवाल- फारूक अब्दुल्ला
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अरेस्टिंग पर जम्मू- कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'गिरफ्तारी से केजरीवाल का कद बढ़ गया है. जेल जाने से केजरीवाल अब बड़े नेता बन गए हैं. जो सीटें वे हार रहे थे, अब वहां से भी वे जीत हासिल करेंगे.'
अगर भ्रष्टाचार हुआ कहां चला गया पैसा?
बताते चलें कि कथित दिल्ली शराब घोटाले में ईडी आम आदमी पार्टी के खिलाफ लगातार जांच में जुटी हैं. इस मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के 4 शीर्ष नेताओं को ईडी अब तक गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन छापेमारी के बाद भी इन नेताओं के घर से आज तक न तो कथित भ्रष्टाचार का एक भी रुपया बरामद हुआ है और न ही एजेंसी इन नेताओं को पैसा मिलने की कोई मनी ट्रेल स्थापित कर पाई है. कोर्ट में हो रही सुनवाई में भी ईडी ने ये बात मानी है.
कहीं बीजेपी को बैकफायर न कर जाए अरेस्टिंग?
ऐसे में राजनीतिक पंडित अंदेशा जता रहे हैं कि AAP नेताओं के खिलाफ शुरू हुई ईडी की कार्रवाई बीजेपी को बैकफायर कर सकती है. लोगों में धीरे- धीरे यह धारणा घर कर रही है कि मुखर विपक्षी पार्टी AAP को किनारे लगाने के लिए जानबूझकर उसके नेताओं को अरेस्ट किया जा रहा है. ऐसे में लोकसभा चुनावों में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. बीते 2 आम चुनावों में आम आदमी पार्टी का दबदबा होने के बावजूद बीजेपी दिल्ली की सभी सातों सीटों पर जीत हासिल करती रही है. लेकिन इस बार अगर लोगों की सहानुभूति आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ गई तो नतीजा कुछ और भी हो सकता है.