Bhiwani News: बेजुबानों को ठंड से बचाने की अनूठी पहल, स्ट्रीट डॉग्स को पहनाए गर्म वस्त्र
Bhiwani News: बेजुबान स्ट्रीट डॉग्स को सर्दी से बचाने के लिए रामनगर कॉलोनी निवासीयों ने यह बीड़ा उठाया है और 25 स्ट्रीट डॉग्स के लिए गर्म वस्त्र व खाने की व्यवस्था की है. उनका कहना है कि ठंड केवल इंसानों को ही नहीं, बल्कि इन बेजुबानों को भी लगती है. ये बेजुबान हमसे कुछ नहीं मांगते, बल्कि मुफ्त में इस इलाके की सुरक्षा भी करते हैं.
Bhiwani News: कड़ाके की ठंड के बीच भिवानी की रामनगर कॉलोनी में भिवानीवासियों द्वारा अनूठी पहल देखने को मिली है, जिसने बेजुबान स्ट्रीट डॉग्स को सर्दी से बचाने के लिए बाजार से डॉग कोट खरीदकर आवारा कुत्तों को पहनाए और उन्हें सर्दी से राहत देने का काम किया. इसके साथ खाने की व्यवस्था भी इन डॉग्स के लिए सूरज कुमार द्वारा की गई है.
बता दें कि रामनगर कॉलोनी निवासीयों ने यह बीड़ा उठाया है और शुरुआती दौर में उनके द्वारा 25 स्ट्रीट डॉग्स के लिए गर्म वस्त्र व खाने की व्यवस्था की गई. रामनगर कालोनीवासी अजय सैनी ने बताया कि ठंड केवल इंसानों को ही नहीं, बल्कि इन बेजुबानों को भी लगती है. उन्होंने कहा कि ये बेजुबान हमसे कुछ नहीं मांगते, बल्कि मुफ्त में इस इलाके की सुरक्षा भी करते हैं.
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उन्होंने कहा कि हमें भी इनकी मदद करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य युवाओं को भी सूरज से इस तरह के नेक कार्यों की प्रेरणा लेनी चाहिए. बहरहाल सूरज कुमार का यह नेक कार्य दूसरों के लिए प्रेरणादायक तो है ही, साथ ही साथ सराहनीय पहल भी है. क्योंकि, आज के बदलते दौर में हर इंसान अपने फायदे के सिवा कुछ नहीं सोचता.
बता दें कि इन दिनों पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है. लगातार बढ़ती ठंड की वजह से लोगों का घर से बाहन निकला मुश्किल हो गया है. हरियाणा में भी सर्दियों का मौसम जोर पकड़ चुका है. बरसात के साथ- साथ ठंडी हवाएं भी इन दिनों चल रही है. कड़ाके की यह ठंड दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर रही है. सर्दियों के इस मौसम में पशुपालकों को अपने सभी दुधारू पशुओं (गाय-भैंस) की खास देख-रेख करनी पड़ रही है.
सर्दियों में पशुओं की डॉ. ने बताया कि सर्दी के मौसम में पशुपालक अपने पशुओं को संतुलित मात्रा में चारा देकर दूध की क्षमता बढ़ा सकते हैं. दूध उत्पादन में कमी का मुख्य कारण पशुओं को उसी अनुपात में मिलने वाली खुराक है. सर्दी के दिनों में पशुओ को सामान्य दिनों के अपेक्षा ज्यादा खुराक देनी चाहिए. पशु को मिलने वाला संतुलित राशन दूध उत्पादन को बढ़ाता है. पशुओं को खिलाया जाने वाला चारा भी इस तरह का हो जिसकी पाचन क्षमता 60 प्रतिशत से अधिक हो.
(इनपुटः नविन शर्मा)