राज टाकिया/रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला के थर्ड फ्रंट के आह्वान की हवा फतेहाबाद रैली में मंच पर मौजूद नेताओं ने ही निकाल दी. वहां मौजूद नेताओं ने कांग्रेस के बिना कोई भी फ्रंट न बनने की बात कही है. यह बात उन्होंने आज अपने रोहतक स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. साथ ही उन्होंने कहा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की उनकी दावेदारी के बारे में 30 सितंबर के बाद पता चल जाएगा. वहीं उन्होंने हरियाणा सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि बरसात की वजह से खराब हुई फसलों की गिरदावरी की बात करने वाले मुख्यमंत्री पहले यह बताएं कि अभी तक पिछले कई सालों का मुआवजा किसानों को क्यों नहीं दिया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: अब 1 घंटे में दिल्ली से शिमला, जनरल वीके सिंह ने इस खास सर्विस का किया उद्घाटन


भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि पिछले 1 महीने से ओमप्रकाश चौटाला थर्ड फ्रंट का राग अलाप रहे थे और जिन नेताओं को उन्होंने मंच पर बुलाया था, उन्होंने ही उनके राग की हवा निकाल दी है. मंच पर मौजूद नेताओं ने कह दिया है कि बिना कांग्रेस के कोई फ्रंट नहीं बन सकता. ओम प्रकाश चौटाला सिर्फ अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को तलाशने का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल कौन से भानमति के कुनबे की बात कर रहे हैं. हरियाणा में भी उन्होंने भानमति का कुनबा जोड़कर ही सरकार बनाई है.


कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में भूपेंद्र हुड्डा का नाम है या नहीं उस पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उनका कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है और कोई भी चुनाव लड़ सकता है. 30 तारीख तक नामांकन भरे जाएंगे. उसके बाद ही पता चलेगा कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में है या नहीं. साथ ही उन्होंने कहा अगर सर्वसम्मति से चुनाव हो तो वह अच्छा होता है.


वहीं भूपेंद्र हुड्डा ने बरसात से खराब हुई फसलों पर मुख्यमंत्री द्वारा गिरदावरी के आदेश करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछले 4 साल से खराब हुई फसलों का मुआवजा अभी तक सरकार ने नहीं दिया है. यह केवल घोषणा करते हैं और अगर खराब हुई फसलों का मुआवजा की जल्द गिरदावरी करवाकर दे दिया जाता है तो वह उसका स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक 17000 टीचरों की भर्ती का मामला है तो पिछले 8 साल में हरियाणा सरकार ने कोई भी टीचर भर्ती नहीं किया है. यह केवल स्कूल बंद करने का काम कर रहे हैं. टीचर्स की भर्ती को लेकर इन्होंने कोई भी कदम नहीं उठाया है.