Delhi Weather Update: भारत में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर सेना और राहत बचाव दल अलर्ट पर है. देश के तटीय इलाकों में लोगों को सतर्क करने के साथ ही उनकी सुरक्षा से जुड़े तमाम तैयारियां कर ली गई. हैं. 1965 के बाद यह तीसरी बार होगा, जब जून के महीने में कोई चक्रवाती तूफान गुजरात के तट से टकराएगा. केंद्र की तीन और एनडीआरएफ की 12 टीम चक्रवात से प्रभावित होने वाले गुजरात के जिलों में तैनात की गई हैं. इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने बिपरजॉय को लेकर चौंकाने वाली जानकारी दी है. तूफान का देश की राजधानी पर क्या असर पड़ने वाला है. आइये अब ये भी जान लें. 


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आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया है कि 15 जून को गुजरात के द्वारका, जामनगर, कच्छ और मोरबी जिलों में हवा की गति लगभग 125-135 किमी प्रति घंटा होगी और 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भी चल सकती है. इससे व्यापक नुकसान हो सकता है. कच्छ तक पोरबंदर, देवभूमि द्वारका जिलों में हवा की गति बढ़ रही है, जो कल 65-75 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है. 1965 से 2022 के जून के लिए आंकड़ों के आधार पर अरब सागर के ऊपर से 13 चक्रवात बने, जिसमे से दो ने ही गुजरात तट को पार किया. 


सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र व गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा की थी और सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम करने को कहा था. अरब सागर में तेजी से बढ़ रहे चक्रवात बिपरजॉय का असर दिल्ली में भी पड़ने की सम्भावना है. चक्रवात के असर से गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली में हल्की बारिश का अनुमान है.


मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक इस सप्ताह चिलचिलाती धूप और आग उगलते मौसम से दिल्लीवासियों को राहत मिल सकती है. दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. 


अरब सागर में लंबे समय तक रुक सकता है तूफान 
आईएमडी के मुताबिक  'बिपरजॉय' का असर अरब सागर में सबसे लंबे समय तक (सात दिन और 12 घंटे) बना रह सकता है. इससे पहले 2019 में चक्रवात 'क्यार' नौ दिन और 15 घंटे थी.