नई दिल्ली: पैगम्बर मुहम्मद को लेकर दिए विवादित बयान से मुश्किल में चल रही नूपुर शर्मा को बीजेपी की सबसे फायरब्रांड नेता का साथ मिला है. विवादित बयान के चलते बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है. हालांकि उन्होंने अपने बयान पर माफी भी मांगी थी, उन्हें लगातार जान से मारने की धमकिया मिल रही हैं. अपनी सुरक्षा के लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस से गुहार भी लगाई थी.


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मुश्किलों का सामना कर रहीं नूपुर शर्मा के सपोर्ट में बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती उठ खड़ी हुई हैं. उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा ने जो कहा वह गलत था, लेकिन इसके लिए उसे भेड़ियों के हवाले नहीं कर सकती. अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टुडे को उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी ने प्रवक्ता (नूपुर शर्मा) को सजा दी और मुस्लिम देशों की प्रतिक्रिया पर विदेश मंत्रालय ने स्थिति को अच्छी तरह से संभाला, लेकिन हम उसे (नूपुर शर्मा) भेड़ियों के हवाले नहीं कर सकते.



बयान के बाद खाड़ी देशों में भारत विरोधी स्वर उठने लगे थे. इसके बाद भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निष्काशित कर दिया था. सरकार ने यह भी कहा था कि बीजेपी प्रवक्ता के बयान सरकार का मत नहीं हो सकते. 


विवाद बढ़ा तो देश-विदेश से नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी मिलने लगी. कुछ आतंकी संगठन तो बाकायदा वीडियो जारी उन्हें चार्ली हेब्दो स्टाइल में मारने की धमकी दे रहे हैं. जिसके बाद उमा भारती ने नूपुर को केंद्र से पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया है, यह दावा करते हुए कि टीवी डिबेट में पैगम्बर मोहम्मद पर टिप्पणी करने के बाद कुछ लोग नूपुर को जान से मारने पर 1 करोड़ रुपये का इनाम रखा है.


यूपी चुनाव से निकला जहर
बीजेपी की फायरब्रांड नेता ने आगे कहा कि नूपुर शर्मा के लिए खतरा भारतीय संस्कृति नहीं है. यह सब यूपी चुनावों के दौरान शुरू हुआ, जब हर राजनीतिक दल ने जहर उगला और तनावपूर्ण माहौल बनाया गया.


बीजेपी ने जारी की गाइडलाइन
आपका बता दें कि नूपुर शर्मा के विवादित बयान से फैले असंतोष की वजह से बीजेपी ने प्रवक्ताओं के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है. उनसे कहा गया है कि स्थिति को देखते हुए और चैनल के अनुसार ही प्रवक्ता अपनी राय रखेंगे. किसी भी मुद्दे पर बयान देने से पहले सोच-विचार भी करना चाहिए. 


क्या बयान दिया था नूपुर शर्मा
बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने भगवन शिव के अपमान से नाराज होकर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर दी थी. विरोध हुआ तो पार्टी ने 6 साल के लिए निलंबित कर दिया. नूपुर के बयान से मुस्लिम देशों में भारत विरोधी स्वर उठ रहे हैं. कई मुस्लिम आतंकी संगठनों ने नूपुर शर्मा को जान मारने की धमकी दे रहे हैं. दिल्ली पुलिस से इसकी शिकायत करने के बाद उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई है. हालांकि नूपुर ने अपने बयान पर खेद जता दिया और माफी भी मांगी है.


कौन हैं नूपुर शर्मा? (Who is Nupur Sharma)
दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य नूपुर शर्मा 2015 में उस समय मीडिया की सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने आप नेता अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ चुनावी बिगुल फूंका था. हालांकि वह केजरीवाल के खिलाफ चुनाव हार गईं थीं. 2008 में डीयू छात्र संघ चुनाव में ABVP की ओर से चुनाव जीतने वाली नूपुर एकमात्र उम्मीदवार थीं.


पेशे से वकील भी हैं नूपुर शर्मा (Nupur Sharma Education)
नूपुर शर्मा ने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के इंटरनेशनल बिज़नेस लॉ में मास्टर्स किया है. वो भारत लौटीं और साल 2011 में उनके राजनीतिक कैरियर का ग्राफ़ बढ़ने लगा. अंग्रेज़ी और हिंदी दोनों भाषाओं में स्पष्ट तरीके से अपने नज़रिए को सामने रख सकने की उनकी क्षमता की वजह से 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी की मीडिया कमिटी में उन्होंने अपनी जगह बनाई. 2 साल बाद ही उन पर बीजेपी ने भरोसा जताया. केजरीवाल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार दिया. हालांकि वह यह चुनाव हार गईं थीं. इसके बाद आधिकारिक तौर पर दिल्ली का पार्टी प्रवक्ता बनाया गया और फिर 2020 में उन्हें बीजेपी की "राष्ट्रीय प्रवक्ता" बनाया गया. दो साल बाद विवादित बयान की वजह से 6 साल के पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.


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