Cadbury Boycott: दिवाली ही नहीं हर खुशी के मौके पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और खास लोगों को गिफ्ट में Chocolates देने पसंद करते हैं, क्योंकि अधिकतर लोगों को Chocolates काफी पसंद होती है. खासकर लड़कियों को. लेकिन, Chocolates का नाम सुनते ही सबसे पहला नाम Cadbury का आता है. दिवाली के खास अवसर पर Cadbury का सेलिब्रेशन बॉक्स का आदान प्रदान सबसे ज्यादा किया जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लेकिन, भाजपा नेता के एक ट्वीट से बवाल मच गया. कंपनी की कई ऐसी चीजें होती है जो लोगों को पसंद नहीं आती और उसके बहिष्कार की मांग उठाने लगती है. ऐसा ही एक मामला Cadbury से जड़ा सामने आया है, जिसमें लोग #BoycottCadbury की मांग कर रहे हैं. मगर ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि Cadbury की लोग जमकर आलोचना कर रहे है. इससे पहले भी Cadbury कई तरह की आलोचनाओं को झेल चुका है.


Cadbury एडवरटाइजमेंट के चलते आया चर्चा में  


सबसे पहले आपको बता दें कि कंपनी अपने प्रोडक्ट की वजह से नहीं बल्कि एडवरटाइजमेंट (Advertisement) के चलते चर्चा में बना हुआ है. दरअसल, बीते हफ्ते में दिवाली की चारों तरफ धूम देखने को मिली. कोरोना के चलते 2 साल बाद लोगों ने इस साल दिपावली को बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया. दिवाली पर अपने सेल बढ़ाने के लिए Cadbury ने Advertisement रिलीज किया था.


इस Advertisement में एक बूढ़े शख्स को दीया बेचते हुए देखेंगे, जिसमें उसका नाम दामोदर (Damodar) है. अगर आपको नहीं पता तो हम आपको बता देते हैं कि दामोदर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता का नाम है और यही वजह है कि Cadbury के इस विज्ञापन की जमकर आलोचना की जा रही है और इतना ही नहीं ट्विटर पर #BoycottCadbury ट्रेंड कर रहा है.


PM के पिता के नाम पर मचा बवाल


जानकारी के मुताबिक, Cadbury के इस विज्ञापन को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए भाजपा नेता डॉ प्राची साध्वी ने ट्वीट कर लिखा कि इस तरह के विज्ञापन से पीएम मोदी के पिता के नाम को खराब किया जा रहा है और लोगों के बीच यह संदेश दिया जा रहा है कि चायवाले का बाप दियावाला. बताते चले कि बीजेपी नेता के इस ट्वीट के बाद से ही ये मामला सामने आया है, जिसे अभी तक सैकड़ों लोग रीट्वीट कर चुके हैं जिसकी वजह से ट्वीटर पर #BoycottCadbury की मांग हो रही हैं.