CBI Investigation in NET UGC: देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी CBI ने रेगुलर केस दर्जकर UGC NET के लीक हुए पेपर के मामले की जांच शुरू कर दी है. CBI के सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान उन सभी दस्तावेजों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को खंगाला जा रहा है, जहां इस पेपर को एक दिन पहले भेजा जा रहा था. सीबीआई अपनी जांच में CFSL के साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है. सीबीआई सबसे पहले ये जानना चाहती है कि सबसे पहले NET का पेपर सोशल मीडिया के किस अकाउंट से ओरिजिनेट हुआ था या इस पेपर को डार्क नेट के जरिये बेचा जा रहा था.


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सीबीआई जुटा रही जानकारी
सीबीआई NTA से ये भी जानकारी जुटा रही है कि एग्जाम कराने की पूरी प्रक्रिया कैसे करवाई जाती है. पेपर को तैयार करने, उसकी प्रिंटिंग और पेपर को एग्जाम सेंटर में पहुंचाने की प्रक्रिया में कौन कौन लोग शामिल होते हैं. ताकि एजेंसी पुख्ता तरीके से यह सुनिश्चित कर सके कि आखिरकार पेपर लीक में गुनाहगार कौन है और उस तक पहुंचा जा सके.


 


19 जून को दी थी जानकारी
बता दें कि बुधवार 19 जून को शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए की ओर से आयोजित यूजीसी-नेट एग्जाम को रद्द करने का आदेश दिया था. इसके तुरंत बाद मामले की जांच को सीबीआई को सौंप दी गई थी. मंत्रालय को इस बात की जानकारी मिली थी कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है, जिसके तुरंत बाद परीक्षा को रद्द करा दिया गया.


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दोबारा होगा NET UGC की परीक्षा का आयोजन
वहीं, गुरुवार 20 जून को शिक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि NET UGC परीक्षा 2024 का आयोजन दोबारा किया जाएगा. इसके लिए अलग से तारीखों और अन्य मुख्य चीजों का ऐलान किया जाएगा. नेट की परीक्षा से अभ्यर्थियों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्रोफेसर के लिए योग हो जाते हैं. इससे ही उन्हें विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिलता है.