Charakhi Dadri: ऑपरेशन करते समय पेट में छोड़ दी थी पट्टी, 4 साल बाद जयहिंद अस्पताल सील
Charkhi Dadri News: दिल्ली एम्स में जांच के बाद मरीज ने सीएम नायब सिंह सैनी से शिकायत की. सीएम के आदेश पर जब जांच की गई तो आयुष्मान योजना के तहत भी अस्पताल में गड़बड़ी पाई है. सीएमओ-डिप्टी सीएमओ को सस्पेंड कर दिया गया है
Charkhi Dadri News: जिला स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दादरी के लोहारू रोड स्थित जयहिंद अस्पताल को सील कर दिया. ये कार्रवाई अस्पताल प्रबंधन की अनियमितताओं पर संज्ञान लेते हुए की गई. वहीं, कार्रवाई के विरोध की आशंका के चलते मौके पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात रहा. सीएम नायब सिंह सैनी के आदेशों के बाद देर रात स्वास्थ्य विभाग की दो टीमों द्वारा कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील किया गया. काम के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन सीएमओ और डिप्टी सीएमओ को भी सस्पेंड किया गया है और अस्पताल के खिलाफ जांच टीम द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई है.
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क्या है पूरा मामला
साल 2020 में एक मरीज ने चरखी दादरी के जयहिंद अस्पताल में ऑपरेशन करवाया था. साल 2022 में उसने दिल्ली के एम्स अस्पताल में जांच करवाई तो पेट में गॉज (पट्टी) होने की बात उसे पता चली. इसके बाद मरीज ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष इसकी शिकायत की थी. इस पर संज्ञान लेकर सीएम ने रोहतक पीजीआई के चिकित्सकों का बोर्ड बनाकर जांच करवाई. बाद में पीड़ित ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस पूरा मामले की जानकारी दी. जानकारी मिलने के बाद सीएम नायब सिंह सैनी ने विभाग के आला अधिकारियों को ठोस कार्रवाई के आदेश दिये.
इस मामले में बोर्ड ने तीन दिन पहले ही अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें मरीज के दूसरे ऑपरेशन के दौरान जयहिंद अस्पताल के चिकित्सक की ओर से चूक होने का अंदेशा जाहिर किया गया. इतना ही नहीं आयुष्मान योजना में भी जयहिंद अस्पताल के फर्जीवाड़ा करने के तथ्य विभाग के सामने आए. इस आधार पर अस्पताल को आयुष्मान पैनल से बाहर किया गया है. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान हुई चूक को लेकर मरीज शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिला और उन्होंने तत्काल स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक को कार्रवाई का आदेश दिया.
महानिदेशक के आदेश पर जिला स्वास्थ्य विभाग ने दो टीमें गठित की और शुक्रवार देर रात जयहिंद अस्पताल में छापा मारा. टीम द्वारा अस्पताल में भर्ती 18 मरीजों को शिफ्ट किया गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जयहिंद अस्पताल को सील करने के लिए जब मरीजों को रेफर करने की बात कही तो उनके तीमारदारों ने विरोध शुरू कर दिया. वहीं, कुछ देर बाद आईएमए पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और कार्रवाई का विरोध किया. हालांकि, टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए देर रात अस्पताल को टीम ने सील कर दिया. टीम सदस्य डा. राजवेंद्र मलिक ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर अस्पताल में कारवाई करते हुए सील कर दिया है और पूरी रिपोर्ट भेज दी है.
Input- Pushpender Kumar