राकेश भयाना/पानीपत: उत्तर प्रदेश से 700 किलोमीटर दूर 9वीं क्लास की छात्रा मालवा एक्सप्रेस ट्रेन से पानीपत पहुंची. बिना टिकट के ट्रेन में सफर कर रही छात्रा को टीटी द्वारा पानीपत जीआरपी को सौंप दिया गया. जहां से एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल चाइल्ड हेल्प लाइन की फोन कर बच्ची को उन्हें सौंपा गया. काउंसलिंग के दौरान छात्रा ने चौंकाने वाली कहानी का खुलासा किया.


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यह घटना तमाम उन माता-पिता के लिए है जो बच्चों की बातों को अनसुना करते हैं. पूरा मामला टीचर द्वारा दो बहनों की छेड़छाड़ का सामने आया है. सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन पदमा रानी ने बताया कि 24 सितंबर को चाइल्ड लाइन व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल के अधिकारियों के साथ देर रात लड़की से फोन पर सीडब्ल्यूसी के साथ बातचीत हुई जहां उसे ओपन शेल्टर होम में छोड़ दिया गया था.


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उन्होंने बताया कि काउंसलिंग के दौरान छात्रा ने बताया कि मम्मी के पैसे चोरी करके यहां तक आई हैं. उन्होंने बताया कि छात्रा पर मम्मी द्वारा चोरी का आरोप लगाने के बाद उहोंने यह कदम उठाया. चेयरपर्सन पदमा ने बताया कि बच्ची के बयान के आधार पर उसके माता-पिता के साथ बातचीत की गई तब माता-पिता बच्ची को लेने पहुंचे.


उन्होंने आगे बताया कि बच्ची के माता-पिता पहुंचने के बाद बच्चों को उनके हवाले कर दिया गया. पदमा रानी ने बताया कि बच्ची ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि कोई टीचर ट्यूशन पढ़ाने घर पर आता था जो उनके साथ छेड़छाड़ करता था. इसके बार में घर पर बताया था जिसके बाद पिता की शिकायत पर ट्यूशन टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.


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उन्होंने बताया कि दोनों बहनों ने ट्यूटर पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं. छात्रा 13 साल की है और उत्तर प्रदेश के बांदा गांव में रहती है, जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि गुप्ता ने बताया कि बच्चों का व्यवहार असामान्य से लगता है. उनकी बातों को अनसुना नहीं करना चाहिए. पोक्सो के काफी मामले आते हैं जिसमें माता-पिता द्वारा बच्चों को ध्यान पूर्वक नहीं सुना जाता जिसकी वजह से ऐसे अपराध को काफी बढ़ावा मिलता हैं.


उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ दोस्ती जैसा व्यवहार करें. उनकी हर बात को ध्यान पूर्वक सुने और शेयर करें. बच्चों की बातों को अनसुना नहीं करे, ताकि वे इस तरह से कठोर कदम नहीं उठाएं. निधि गुप्ता ने बताया कि ऐसा नहीं करने से कई बार परिणम यह सामने आया कि बच्चे दूसरे राज्यों में भी पहुंच जाते हैं. ऐसा ही एक मामला पानीपत में आया बच्चे के साथ हुई है.


उन्होंने बताया कि जहां माता-पिता को बताने की कोशिश की गई, लेकिन बच्ची की बात को नहीं सुना गया, जिसके बाद बच्चा ट्रेन में बैठ कर दूसरे राज्य पहुंच गया. निधि ने कहा कि यह बच्चों की किस्मत अच्छी है कि सही लोगों के पास पहुंच गए, लेकिन गलत लोगों के पास पहुंचकर इस तरह की घटनाएं अपराध को ज्यादा बढ़ावा देती है.