नई दिल्ली: बर्मिंघम में आज 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) का आगाज शुरू होने जा रहा है. CWG में विश्व के 72 देशों के 5 हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं. इसमें भारत के 213 एथलीट शामिल होंगे, जो 15 खेलों में पदक के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे. इसमें 20 खेलों में 280 इवेंट्स होंगे. भारत की तरफ से 110 पुरुष और 103 महिला खिलाड़ी इसमें शामिल हो रही हैं. 


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भारतीय टीम CWG 2022 में 18वीं बार खेलेगी. इन गेम्स के जरिए भारतीय खिलाड़ी 2024 में होने वाले पेरिस ओलिंपिक की तैयारी करने में मदद मिलेगी. वैसे तो भारत के सभी खिलाड़ी गोल्ड लाने के लिए ही खेलेंगे और अपना 100% देंगे, लेकिन हम भारत के उन टॉप 8 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिनसे गोल्ड जीतने की सबसे ज्यादा उम्मीद है. 


1. मीराबाई चानू
भारत की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं के 49 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था. इस बार 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में इनसे गोल्ड लाने की पूरी उम्मीद है. इन्होंने गोल्ड कोस्ट 2018 खेलों में 49 किलोग्राम की कैटेगरी का गोल्ड जीता था. मीराबाई चानू इस भार वर्ग के क्लीन एंड जर्क में 119 किलोग्राम भार उठाने का विश्व रिकॉर्ड बनाया हैं. इस बार कॉमनवेल्थ खेलों में इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश करेंगी.


2. पीवी सिंधू
पीवी सिंधू महिला सिंगल्स में दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट रह चुकी है. साथ ही वर्ल्ड चैंपियनशिप बेसल-2019 की गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं. इस बार उनके पास CWG में गोल्ड जीतने का सुनहरा मौका है. 


3. निखत जरीन 
भारत की बॉक्सर निखत जरीन से भी CWG में गोल्ड मेडल लाने की संभावना है. इन्होंने हाल ही में विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है. निखत 52 किलोग्राम वर्ग में विश्व चैंपियन बनीं हैं. निखत कॉमनवेल्थ खेलों में 50 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लेंगी. इससे लोगों को इनसे और भी ज्यादा उम्मीदें हैं.


4. अमित पंघाल रोहतक निवासी अमित पंघाल CWG में 51 किलोग्राम भार वर्ग प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं. इन्होंने 2019 की विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. वहीं पंघाल ने 2020 में बॉक्सिंग विश्व कप में गोल्ड मेडल जीता था. अब उनसे कॉमनवेल्थ खेलों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.


5. मणिका बत्रा
टेबल टेनिस प्लेयर मणिका बत्रा साउथ एशियन गेम्स की तीन बार की चैम्पियन रह चुकी हैं. इनसे कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल लाने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि इन्होंने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीते थे. एक मेडल महिला टीम इवेंट और दूसरा महिला सिंगल्स में जीता था.


6. बजरंग पूनिया
झज्जर निवासी 28 साल के बजरंग पूनिया ने लंदन ओलंपिक में 65 किलो भार की फ्री स्टाइल रेसलिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वहीं 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड विजेता रहे हैं. इस बार भी इनसे पूरी उम्मीद है कि ये इस बार भी गोल्ड लाए.


7. विनेश फौगाट
भिवानी की विनेश फौगाट राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में, वह दोनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं. 2019 में उन्हें भारत की पहली महिला एथलीट माना गया. इन्होंने 2014 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है. इस बार भी इनसे पूरी उम्मीद है कि ये इस बार भी गोल्ड जीतें.


8. लक्ष्य सेन
2022 थॉमस कप मेडलिस्ट लक्ष्य लेन पहली बार कॉमनवेल्थ खेलों में टीम का हिस्सा बने हैं. अपने तेज-तर्रार खेल के लिए मशहूर लक्ष्य अपने पहले कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल के इंतजार में हैं. लक्ष्य सेन 2018 यूथ ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं.