Delhi Crime Branch: क्राइम ब्रांच की टीम ने शास्त्री पार्क इलाके में हुई सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझा ली है. क्राइम ब्रांच की कई टीमों द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों के बाद आकाश उर्फ ​​मूसी, योगेश उर्फ ​​बंटी और रोहित नामक हत्यारों के आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश हो गया है.  इन लोगों के खिलाफ दिल्ली में मामला दर्ज किया गया था. हत्या करने के बाद से ये सभी आरोपी फरार हो गए थे.


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30 मई को थाना शास्त्री पार्क में सूचना मिली कि वाहिद मस्जिद, शास्त्री पार्क, दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में एक व्यक्ति पर ब्लेड से हमला किया गया है. घायल व्यक्ति को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसके शरीर पर कई घाव थे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. 31 मई को पुलिस स्टेशन में धारा 302 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था. बाद में मृतक की पहचान जौहर अब्बास निवासी शास्त्री पार्क, दिल्ली, जिसकी उम्र-28 वर्ष के रूप में हुई, जो अविवाहित था और कैब ड्राइवर का काम करता था.


इस सनसनीखेज हत्या की गंभीरता को देखते हुए, इंस्पेक्टर आशीष दाहिमा के नेतृत्व में एसआई मोनू चौहान, शैलेंद्र तिवारी, एएसआई उपेंद्र, सतेंद्र, यशवीर, एचसी प्रिंस, मोहित और सुधीर, डब्ल्यू/एचसी शिवानी और पूजा से युक्त एक समर्पित टीम का गठन श्री राज कुमार, एसीपी की देखरेख में किया गया था. टीम ने घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में संदिग्धों की आगे और पीछे की गतिविधियों की जांच करते हुए अथक और पेशेवर तरीके से काम किया. टीम ने सूचना एकत्र करने के लिए दिल्ली/एनसीआर के आसपास के इलाकों में कई दिन और रात बिताई. टीम ने लगातार रूट मैपिंग की, सूत्रों को सक्रिय किया और तकनीकी के साथ-साथ मैनुअल जानकारी भी जुटाई.


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लगातार प्रयासों से एएसआई उपेंद्र को एक महत्वपूर्ण जानकारी मिली. उसी को इंस्पेक्टर आशीष दहिमा, एसआई मोनू चौहान और एचसी प्रिंस द्वारा आगे बढ़ाया गया और उपरोक्त हत्या मामले में शामिल तीन आरोपियों आकाश उर्फ ​​मूसी, योगेश उर्फ ​​बंटी और रोहित को 11 जून को एच ब्लॉक, गोकुलपुरी पुलिया से एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर जाते हुए गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के कब्जे से दो पिस्तौल, आठ कारतूस भी बरामद किए गए.


पूछताछ में आरोपी आकाश उर्फ ​​मूसी ने खुलासा किया कि वह गाजियाबाद, यूपी में रहता है और उसकी पत्नी गाजियाबाद में एक कॉल सेंटर में काम करती थी. कॉल सेंटर के मालिक वकार ने रिया के दस्तावेजों (आधार कार्ड और पैन कार्ड) का उपयोग करके एक मोबाइल फोन फाइनेंस किया था. उस समय वकार ने रिया से वादा किया था कि वह ईएमआई की राशि उनके खाते में जमा कर देगा. जब रिया ने नौकरी छोड़ दी तो वकार ने पैसे जमा करना बंद कर दिया. आकाश उर्फ ​​मूसी ने वकार से इस मामले को सुलझाने का अनुरोध किया था, लेकिन वकार ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया और उन्हें धमकी भी दी. जब आकाश उर्फ ​​मूसी ने मामले को सुलझाने के लिए वकार से मिलने का अनुरोध किया तो उसने उसे शास्त्री पार्क में बुलाया.


आकाश उर्फ ​​मूसी ने अपने दोस्तों रोहित उर्फ ​​टोपी और योगेश उर्फ ​​बंटी को शास्त्री पार्क, दिल्ली बुलाया. आकाश उर्फ ​​मूसी ने आगे बताया कि उसके पास चाकू और चॉपर वाला एक बैग था. वे वकार से मिले और उससे शराब का इंतजाम करने को कहा. इस पर वकार ने अपने दोस्त अमन को शराब लाने के लिए उनके साथ भेज दिया. रास्ते में उन्होंने योजना बनाई कि अगर वे अमन को अपने साथ बेहटा हाजीपुर ले जाएंगे तो वे वकार पर पैसे वापस करने का दबाव बना सकेंगे. उन्होंने बाइक की गति बढ़ा दी. उनके बुरे इरादों को भांपते हुए अमन चलती बाइक से कूद गया और भाग गया.


बाइक चालक ने उसका पीछा किया लेकिन उसे पकड़ नहीं पाए. अमन की तलाश में वे वाकर से मिलने शास्त्री पार्क वापस लौटे, लेकिन तब तक वाकर भी कहीं और जा चुका था. इस बीच, तीन अज्ञात राहगीर लड़कों ने उपरोक्त आरोपियों के हाथों में चाकू और चॉपर देखा और उनसे भिड़ गए. इसके बाद दोनों में कहासुनी हो गई और अज्ञात लड़कों में से एक ने रोहित के सिर पर हेलमेट से हमला कर दिया और आकाश उर्फ ​​मूसी को भी पीटना शुरू कर दिया. जवाबी कार्रवाई में आकाश उर्फ ​​मूसी ने उस लड़के को चाकू मार दिया और मौके से भाग गया. घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. बाद में मृतक की पहचान जौहर अब्बास निवासी शास्त्री पार्क, दिल्ली के रूप में हुई.
Input: Raj Kumar Bhati