विपिन शर्मा/कैथलः हम अक्सर पुलिस के बारे में गलत धारणा रखते हैं. मगर पुलिस की एक सच्चाई यह भी है कि वह जब अपनी पर आए तो अपना फर्ज निभाने के लिए जान की बाजी भी लगा देती है. ऐसा ही कुछ कारनामा किया है कैथल की CIA वन पुलिस ने जिन्होंने विदेश भेजने के नाम पर कोलकाता में किडनैप किए गए युवक को सकुशल उसके घर पहुंचाया और साथ में अपनी काबिलियत का परिचय देते हुए पांच आरोपियों को भी काबू किया.


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बताते चले कि कैथल पुलिस को अमृतपाल निवासी बाकल की एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसके अनुसार उसके भाई विक्रम को कलकता में किडनैप करके रखा हुआ है और उससे कोई देसाई नाम का व्यक्ति पैसे की मांग कर रहा है. कैथल CIA वन पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले गुरदेव उर्फ देव पुत्र स्वर्ण सिंह निवासी रिठांडा कलां थाना हस्तीनापुर जिला मेरठ यूपी से गिरफ्तार किया गया. उसके बाद आरोपी को न्यायालय में पेश करके 10 दिन पुलिस रिमांड में लिया गया था.


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आरोपी गुरदेव से पूछताछ में पता चला कि कोई देसाई नाम का व्यक्ति इस गैंग को चला रहा है जो अपने आप को कलकता का बताता है. पुलिस के तकनीकी पहलुओं पर काम करने के बाद आगे पता चला कि वह मुंबई में रह कर अपना गैंग चलाता है. फिर आरोपी गुरदेव और शिकायतकर्ता को साथ लेकर CIA-1 पुलिस टीम मुंबई पहुंची और सदिग्ध देसाई नाम के व्यक्ति की तलाश हेतू काफी ठिकानों पर रेड की गई.


बता दें कि देसाई नाम के व्यक्ति से शिकायतकर्ता के पास बार-बार पैसे मागने की डिमांड हो रही थी और पैसे न देने की सूरत में उसके भाई विक्रम को जान से मारने की लगातार धमकी दी जा रही थी. फिर पुलिस द्वारा अपहरण किए गए विक्रम की जान की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए देसाई नाम के व्यक्ति को पैसे देने की योजना बनाई गई. जो योजना अनुसार देसाई के बताए गए ठिकाने अनुसार दिल्ली में 10 लाख रुपये की डिलवरी करवाई गई.


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10 लाख रुपये प्राप्त होने के बाद भी देसाई द्वारा किडनेप लड़के को छोड़ने से मना कर दिया और पैसे की मांग करने लगे. फिर पुलिस द्वारा अगला प्लान तैयार किया गया और यह पता किया गया कि मुबंई में आगे पैसे लेने कौन आता है. उनकी मांग के अनुसार 2 लाख रुपये और दिल्ली में दोबारा डिलिवर करवाए गए. फिर मुबंई में जवाली बाजार में दो लाख रुपये लेने आए तीन लड़को को 2 लाख रुपये सहित काबू किया गया.


गिरफ्तार आरोपी से पता चला कि ये तीनों कमीशन पर यहां पैसे लेने आए है इनको सभी पैसे आगे किसी और को देने है. फिर प्लान को जारी रखा गया और इनको समझा कर इनके मोबाइल लगातार चालू रख कर इनकी बातचीत आगे जारी रखी गई. उपरोक्त लड़को ने जहां पैसे डिलवर करने थे उनका फोन बार-बार इनके पास आ रहा था. इनका किसी स्थान पर मिलना तय हुआ जो काबू शुदा तीनों लड़को को साथ लेकर योजना बनाए गए ठिकाने पर पहुंचे और जो पैसे लेने आया था वहां पर दो व्यक्तियों को काबू किया गया.


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मौका पर पाया गया कि अब्दुल करीम रहमान ही देसाई है जो अपना काल्पनिक नाम देसाई रख कर पैसे की डिमांड कर रहा था. इससे पूछताछ पर पता चला कि इन्होंने विक्रम को किडनैप करके अपने कलकता के ठिकाने पर रखा हुआ है और वहां पर इनकी गैंग के और सदस्य उसके पास है. जो किडनैप किए गए लड़के की जान की सुरक्षा को देखते हुए अब्दुल करीम रहमान उर्फ देसाई का इनकी गैंग के कलकता के सदस्यों को फोन करवाया गया और कहा गया कि पूरी पैमेंट आ चुकी है तथा विक्रम को छोड़ दो.


मुंबई से विक्रम की टिकट करवाई गई तथा अब्दुल करीम रहमान उर्फ देसाई के कहने पर गैंग के सदस्यों ने विक्रम को कलकता एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए बैठा दिया. पुलिस द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट से पीड़ित युवक को रिसीव करके सकुशल उनके परिवार के हवाले कर दिया है. फिलहाल अभी आरोपियों को कल न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. उसके बाद इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस की टीम अभी आरोपियों के साथ कोलकाता के लिए रवाना होगी ताकि वहां पर चल रही इस तरह के गिरोह के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज सकें.