Cyber Crime: जी हां... आपको सार्वजनिक स्थानों पर अपने मोबाइल का ब्लूटूथ ऑन रखना, किसी अंजान व्यक्ति के फोन के चार्जर से अपना मोबाइल फोन चार्ज करने या फिर किसी अंजान व्यक्ति को अपने मोबाइल फोन कॉल करने के लिए देना, यह सभी चीजे आपको साइबर ठगी का शिकार बना सकती है. क्योंकि आए दिन साइबर ठगी के नए-मामलों में ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं. इनमें साइबर ठग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों से उनके मोबाइल फोन की ब्लूटूथ ऑन होने, चार्जिंग के बहाने, मोबाइल फोन पर कॉल करने के बहाने उनके बैंक खाते से पैसे गायब करने लगे हैं.


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हालत यह है कि साइबर ठग आपके द्वारा फेसबुक और इंस्टाग्राम व अन्य सोशल मीडिया की प्रयोग करने पर भी नजर रख रहे हैं ताकि आपकी कमजोरी और पसंद को ध्यान में रखकर आपको ठगी का शिकार बनाया जा सके. कुरुक्षेत्र साइबर पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि जुलाई 2022 में प्रदेशभर में लोगों को साइबर ठगों से बचाने के उद्देश्य से हर जिला में साइबर पुलिस स्टेशन की स्थापना की गई थी. कुरुक्षेत्र जिला में हर माह 75 से 80 शिकायत साइबर ठगी के मामलों से संबंधित आ रही है जिन पर तुरन्त कार्रवाई जाती है जिला के विभिन्न विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को साइबर क्राइम को लेकर जागरूक किया जा रहा है.


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बकायदा हर माह के पहले बुधवार को राहगिरी कार्यक्रम भी साइबर जागरूकता कार्यक्रम पर आधारित रहता है. अब तक लगभग 15 राहगिरी साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता विषय पर आयोजित हो चुकी है. उन्होंने शहर की सामाजिक संस्थाओं से भी अपील की कि वे जिलावासियों को साइबर क्राइम को लेकर जिलेभर में पुलिस द्वारा चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों से जुड़े. इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने सभी से अपील की कि वे सावधान रहें, सुरक्षित रहें. मोबाइल पर आने वाली लुभावनी कॉलो, मैसेजों की सच्चाई को जानकर ही कोई फैसला लें. किसी भी परिस्थिति में साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 पर शिकायत करें.


(इनपुटः दर्शन कैत)