डासना जेल की अनोखी तस्वीर, हाथ से हाथ मिलाकर कैदियों ने किया दुर्गा सप्तशती का पाठ और नमाज
डासना जेल में बंद 1336 हिंदू कैदियों ने नवरात्रि पर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया. वहीं मुस्लिम कैदियों ने भी रोजा रख नमाज अदा की. जेल प्रशासन द्वारा रखा कैदियों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
पीयूष गौड़/गाजियाबाद: नवरात्र के पावन दिन चल रहे हैं और साथ ही रमजान भी शुरू हो चुके हैं. ऐसे में गाजियाबाद की डासना जेल में बंद कैदियों की धार्मिक भावनाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इन धार्मिक आयोजन के चलते जेल में बंद कैदियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.
तस्वीर में दिखाई दे रहे भजन कीर्तन में लगे हुए लोग किसी कॉलोनी या सोसायटी में नहीं है. बल्कि जेल में बंद कैदी हैं, जो कि दुर्गा सप्तशती का पाठ और नमाज पढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. ये तस्वीर डासना जेल की हैं, जहां नवरात्रि और रमजान पर बंदियों के लिए श्रद्धा अनुसार व्यवस्थाएं कराई गई है. एक तरफ जहां यहां बंद कैदी जहां भजन कीर्तन करते नजर आ रहे हैं. वहीं मुस्लिम बंदियों द्वारा भी यहां रोजे रखे जा रहे हैं.
गाजियाबाद की डासना जेल में आज 5000 से ज्यादा कैदी बंद हैं. जेल प्रशासन के अनुसार पहले नवरात्र पर यहां करीब 1500 कैदियों द्वारा नवरात्र का व्रत किया गया. वहीं आज करीब 1336 कैदियों द्वारा नवरात्र व्रत और 700 मुस्लिम कैदियों द्वारा रोजें रख अपनी धार्मिक आस्था को पूरा किया जा रहा है.
जेल में व्रत धारी और रोजेदार कैदियों को दिए जाने वाले खाने में भी इसका ध्यान जेल प्रशासन द्वारा रखा जा रहा है. जहां व्रत रखने वाले कैदियों को उबले हुए आलू, दूध, चीनी और सीजनल फल जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराएं जा रहे हैं. वहीं रोजेदारों को भी बंद, पाव और जेल मैन्युल के हिसाब से उनकी धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. व्रत और रोजे रखने वाले कैदियों को श्रम वाले कामों से छूट भी जेल प्रशासन द्वारा प्रदान की गई है. डासना जेल की यह तस्वीरें आप देख सकते हैं कि किस तरह यहां बंद कैदी श्रद्धा पूर्वक नवरात्र व्रत की पूजा में जुटे हैं.