अमित त्यागी/नई दिल्ली: दिल्ली के तिमारपुर थाना इलाके में स्कूल से घर आ रही तीन नाबालिक बहनों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. पीड़ित बच्चियों ने घटना अपने परिजनों को बताई, परिजनों ने तिमारपुर थाना पुलिस में शिकायत दी. परिवार से मिली शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही मामले की पड़ताल शुरू कर अन्य दो की तलाश कर रही है.


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घटना बीते शनिवार की है, तिमारपुर थाना इलाके में लड़कियां (सगी बहने) स्कूल से छुट्टी होने के बाद ई-रिक्शे घर आ रही थी. वहीं वजीराबाद मेट्रो लाइन के नीचे सुनसान सड़क पर अनजान बाइक सवार लड़कों ने उन्हें छेड़ा और उन पर गंदी टिप्पणियां भी कसीं. बच्चियों ने उनका विरोध किया तो आरोपी उनसे गाली गलौज करते हुए अपशब्द भी कहने लगे. बच्चियां अपने घर पहुंची तो उन्होंने सारी घटना अपने परिजनों को बताई. परिजनों ने 100 नंबर पर कॉल कर तिमारपुर थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी. 
इसके बाद परिजन बच्चियों को लेकर तिमारपुर थाने जा ही रहे थे कि रास्ते में खड़े उन चारों लड़कों को बच्चियों ने देखा और पहचान लिया. परिजनों ने दो लड़कों को पकड़ लिया, बाकी अन्य दो भाग गए. परिजनों ने उन दो लड़कों को पुलिस के हवाले कर दिया, पुलिस ने बच्चियों के ब्यान के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया.


आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने छेड़छाड़, गली गलौज, गलत तरीके से नाबालिग बच्चियों के शरीर को छूना, जबरन हत्यार से डरना ओर उनके कपड़े खींचना आदि गंभीर मामले में पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान सूरज शर्मा (19) और विशाल तिवारी (19) के तौर पर हुई है. दोनों ही आरोपी वजीराबाद इलाके के संगम विहार के रहने वाले हैं. 


अब परिजनों की मांग है कि बच्चियों को डर लग रहा है, स्कूल से ऐसे ही कई बच्चियां सुनसान रास्ते से अपने घर आती हैं. जहां पर उन्हें इस तरह के हादसों का शिकार होना पड़ता है. गनीमत रही कि किसी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दिया गया. परिजन अब पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. साथ ही मांग कर रहे हैं कि स्कूल के बाहर पुलिस की पीसीआर वैन छुट्टी के समय खड़ी होनी चाहिए ताकि आवारा लड़कों में पुलिस का भय बना रहे.


तीनों बच्चियां और उनके परिजन अब डरे-सहमे हुए हैं, उनका कहना है कि अब बच्चियों को स्कूल भेजने में भी डर लग रहा है. यदि कोई हादसा हो गया तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी, स्कूल प्रशासन को भी पुलिस के साथ मिलकर सख्ती से कदम उठाने चाहिए. स्कूल के आसपास घूमते संदिग्ध लड़कों पर भी पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए, जो बिना किसी काम के स्कूल की चारदीवारी के आसपास दिखाई देते हैं. हालांकि पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर आईपीसी (IPC) के गंभीर धाराओं के तहत पोस्को एक्ट और छेड़खानी का मामला दर्ज कर लिया है. दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अन्य दो की तलाश कर रही है.


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