ओपी शुक्ला/नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर अपराधिक गतिविधियों को कम करने के लिए एक अच्छी पहल शुरू की है, जहां इस पहल के चलते दिल्ली और हरियाणा पुलिस की एक संयुक्त बैठक हुई. इस मीटिंग में दोनों राज्यों की पुलिस ने आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए बातचीत की. वहीं इस मीटिंग में दिल्ली और हरियाणा के ऑटो यूनियन ड्राइवर और रिक्शा चालकों को भी बुला कर उनसे बातचीत की गई, जिससे अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर बनी रहे.


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डीसीपी समीर शर्मा के मुताबिक दिल्ली और हरियाणा के सीमा क्षेत्रों में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए इस मीटिंग की शुरुआत की गई है. इस मीटिंग का आयोजन नागलोई एसीपी द्वारा किया गया था. इसमें एसएचओ बहादुरगढ़ शहर, एमआई चौकी प्रभारी बहादुरगढ़ और टीआई नागलोई और एटीओ मुण्डका शामिल थे. बैठक में ऑटो यूनियन और ऑटो चालकों के सदस्यों ने भी भाग लिया था.


एसीपी नागलोई ने ऑटो चालकों को अपराध को कम करने और पुलिस की आंख और कान के रूप में कार्य करके जानकारी प्रदान करने में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी. आपस में अच्छे तालमेल के लिए मोबाइल नंबरों का भी आदान-प्रदान किया और सीमा क्षेत्रों में अपराध की घटनाओं पर भी चर्चा की गई. साथ ही अपराधिक घटनाओं को कम करने के लिए किए जाने वाले विभिन्न उपायों पर भी बातचीत की गई. सभी अधिकारियों ने सीमा अपराध को नियंत्रित करने में पूर्ण सहयोग और समन्वय के लिए सहमति व्यक्त की है. दोनों राज्यों की पुलिस एक साथ इस मुहिम को चलाएगी.


फिलहाल आउटर दिल्ली जिला पुलिस की यह पहल अपने में सराहनीय है. जहां दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर अपराध पर लगाम लगाने की कोशिश करेंगे. वहीं अगर प्रत्येक राज्य की पुलिस एक दूसरे से इसी तरह से समन्वय बनाकर चले तो शायद कानून व्यवस्था को मजबूत और अपराध को काफी हद तक कम किया जा सकता है.