Delhi News: दिल्ली के नरेला विधानसभा के बख्तावरपुर गांव में करीब 35-40 साल पुरानी कॉलोनी में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इस कॉलोनी में अब तक न तो गलियों का निर्माण किया गया है और न ही पीने के पानी की पाइपलाइन डाली गई है. मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझते इस गांव के लोगों को उम्मीद है कि ग्रामीण विकास योजना के तहत जिस तरह से ग्रामीणों इलाकों का विकास किया जा रहा है, शायद एक दिन उनकी भी कॉलोनी का विकास हो. 


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यह कॉलोनी बख्तावरपुर गांव के ताजपुर रोड पर स्थित है, जो लगभग 35-40 साल पुरानी है. वर्षों से यहां रहने के बाद भी इस कॉलोनी के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इसके लिए कई बार प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को कॉलोनी के लोगों ने पत्राचार भी किए, लेकिन समस्या का कोई समाधान हो नहीं हुआ. पानी की पाइप लाइन नहीं होने की वजह से लोगों को मजबूरी में दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है. वहीं चारों तरफ खुली नालियां होने की वजह से कई घातक बीमारियां फैलने का डर भी बना रहता है. 


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इन दिनों दिल्ली सरकार की तरफ ग्रामीण विकास योजना के तहत ग्रामीण इलाकों का विकास किया जा रहे हैं, जिसमें लगभग 40 गांव शामिल हैं. इन गांवों में कम्युनिटी सेंटर, नाले-नालियां, गलियां व सार्वजनिक स्थल का पुनः निर्माण कार्य किया जा रहा है. ऐसे में अब बख्तावरपुर की फतेह कॉलोनी में रहने वाले लोगों को भी उम्मीद जागी है कि इस बार शायद उनकी कॉलोनी का विकास कार्य भी हो सके. हालांकि, अब तक कोई भी जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी उनकी इस कॉलोनी का निरीक्षण करने के लिए नहीं पहुंचा. 


ऐसे में अब देखना होगा कि दिल्ली सरकार की ग्रामीण विकास योजना के तहत बख्तावरपुर के ताजपुर रोड पर स्थित इस फतेह कॉलोनी के लोगों की समस्याओं का समाधान होता है या नहीं. फिलहाल, यहां रहने वाले लोग सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से अपनी कॉलोनी में विकास की उम्मीद लगाए बैठ हैं. 


Input- Nasim Ahmad