Delhi News: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद शिक्षा मंत्री आतिशी ने कोचिंग इंस्टीट्यूट रेगुलेशन एक्ट लाने की घोषणा की है, जिस पर BJP ने निशाना साधा. BJP प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आतिशी की इस घोषणा को दिखावा बताया. साथ ही आतिशी और सौरभ भारद्वाज पर तंज कसते हुए कहा कि अन्य राज्यों में दुर्घटना होने पर वहां भागे जाने वाले मंत्री हादसे के इतने दिन बीत जाने के बाद भी ओल्ड राजेंद्र नगर जाने की हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं. 


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दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह बेदह दुखद है कि केजरीवाल सरकार आवश्यक गाइडलाइंस लाकर कोचिंग इंस्टीट्यूट की समस्या का फौरी समाधान करने के बजाए सुझाव मांगने के खेल में और समाधान प्रक्रिया को इवेंट बनाने में लग गई है.


भाजपा नेताओं ने दिल्ली सरकार से कोचिंग सेंटर और पीजी के लिए अस्थाई सुरक्षा गाइडलाइंस लाने की मांग की है. साथ ही मास्टर प्लान 2041 के प्रस्तावों को समझते हुए कोचिंग सेंटर और पीजी में स्थाई रेगुलेशन एक्ट लाने पर काम करने की बात कही. 


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वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दस साल पहले भी यह एक्ट उतना ही आवश्यक था, जितना आज है. यही नहीं दिल्ली को पीजी रेगुलेशन एक्ट की भी उतनी ही जरूरत है, क्योंकि यह दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए मामले हैं. अन्य राज्यों से पढ़ने के लिए दिल्ली आने वाले छात्र असुरक्षित वातावरण में रहने को बाध्य हैं.


दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह खेदपूर्ण है कि दस साल तक सोते रहने वाली सरकार आज जागी है तो ओचक घोषणाएं कर रही है. सरकारी विभागों की लापरवाही से हुई तीन छात्रों की मौत की जिम्मेदारी और जवाबदेही से बचना चाह रही है.


BJP अध्यक्ष ने कहा कि जलबोर्ड द्वारा सीवर सफाई न होना, फायर सर्विस द्वारा बिना बेसमेंट का वास्तविक उपयोग जांचे राव इंस्टीट्यूट भवन को NOC देना, नगर निगम की नालियों पर अतिक्रमण रोकने की विफलता, नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेसिक स्वास्थ्य निरीक्षण न करना सबके लिए आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली सरकार एवं नगर निगम जिम्मेदार है. 


दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली के मास्टर प्लान 2041 में यह प्रस्तावित है कि सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट को दिल्ली के वाणिज्यिक क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाए. काश दिल्ली सरकार समय पर जाग कर इनके स्थानांतरण की प्रक्रिया पर कुछ काम करती तो अब तक कोई स्थाई समाधान निकल सकता था.


आतिशी जलबोर्ड, फायर सर्विस एवं अर्बन डेवलपमेंट तीनों विभागों की मंत्री हैं. यह नैतिक रूप से उनकी जिम्मेदारी हैं, बेहतर होता वह इधर उधर अधिकारियों पर दोषारोपण करने के जिम्मेदारी स्वीकारे हुए इस्तीफा देतीं.


सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार बिना सुरक्षा मानकों के चल रहे इन कोचिंग सेंटर्स और पीजी मामलों के प्रति कितनी संवेदनहीन है. उसका प्रमाण है कि अन्य राज्यों में दुर्घटना होने पर वहां भागे जाने वाली मंत्री  आतिशी और सौरभ भारद्वाज हादसे के 5 दिन बाद भी आज तक ओल्ड राजेन्द्र नगर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.


सौरभ भारद्वाज के एक पुराने वीडियो को पत्रकार वार्ता में चला कर सचदेवा ने कहा की नगर निगम चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज कहते थे कि हमें नगर निगम सौंपें हम दिल्ली का कायाकल्प कर देंगे. आज नगर निगम में AAP की सत्ता के 20 माह बाद साफ दिखाई रहा है कि कैसा कायाकल्प हुआ है. इस मानसून में बरसाती पानी 12 लोगों को जीवन लील चुका है.