Satyendar Jain Birthday: मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का आज जन्मदिन है. CM केजरीवाल ने ट्वीट करके सत्येंद्र जैन को जन्मदिन की मुबारकबाद दी है. दिल्ली के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले 4 महीने से जेल में बंद हैं. 


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अन्ना हजारे के आंदोलन से बढ़ी सक्रियता
सत्येंद्र जैन की राजनीति में एंट्री साल 2011 में हुई, जब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने जन लोकपाल बिल के लिए अनशन शुरू किया. इस आंदोलन में सामने आए कई नाम आज दिल्ली की राजनीति के प्रमुख चेहरे हैं, जिसमें CM केजरीवाल का नाम भी शामिल है. सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार की वजह से अपनी नौकरी छोड़ दी और अन्ना के आंदोलन में सक्रिय हुए. 


2012 में हुई AAP की शुरुआत
अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद साल 2012 में अरविंद केजरीवाल सहित आंदोलन के कई बड़े चेहरों ने आम आदमी पार्टी की स्थापना की, जिसका चुनाव चिन्ह झाडू रखा गया. पार्टी की स्थापना के दौरान सत्येंद्र जैन भी एक बड़ा नाम रहे. 


2013 में जीता चुनाव
AAP साल 2013 में पहली बार चुनाव में उतरी और 28 सीटें अपने नाम की इसमें एक नाम सत्येंद्र जैन का भी था, उन्होंने दिल्ली के शकूर बस्ती से चुनाव जीता था. तब उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. 


मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत
साल 2015 में सरकार गिरने के बाद दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में AAP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की. इसके बाद AAP के साथ ही सत्येंद्र जैन का कद भी दिल्ली में बढ़ने लगा. दिल्ली के लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत का सपना सत्येंद्र जैन ने ही देखा था और उसे पूरा भी किया. 


सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED ने मई में सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया. पिछले 4 महीने से उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई तल रही है लेकिन अभी तक उन्हें जमानत नहीं मिल पाई है. हाल ही में राउज एवेन्यू कोर्ट के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय ने सत्येंद्र जैन के केस को दूसरे न्यायाधीश के पास ट्रांसफर करने की मांग वाली ED की याचिका को अनुमति दे दी. इसके बाद सत्येंद्र जैन द्वारा राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court)के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट (Delhi High Court) में अपील की गई थी, जहां उनकी अर्जी खारिज हो गई.