Delhi Crime: दिल्ली में लड़की पर चाकू से किया हमला, टैक्सी रुकवाकर वारदात को दिया अंजाम
Delhi Crime: दिल्ली के साकेत इलाके में एक 22 साल की लड़की पर एक मनचले आशिक ने उसकी टैक्सी को रोकर उसपर धारदार चाकू से हमला कर दिया. लड़की के चेहरे पर लगातार वार के बाद लड़की अधमरी हो गई तो आरोपी छोड़कर फरार हो गया.
Delhi Crime: देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. एक लड़की को एक मनचले ने कई बार चाकुओं से वार करके लड़की को अधमरा कर दिया, लेकिन अफसोस दुनिया देखती रही और आज लड़की जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रही है. बता दें कि राजधानी दिल्ली में एक लड़की पर मनचले ने धारदार हथियार से किए लगातार हमला कर दिया. चेहरे और उसके शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं जहां चाकू के घाव के निशान न हो.
जानें, क्या है पूरा मामला
यह घटना राजधानी दिल्ली के साकेत (लाडो सराय) इलाके की है. 22 साल की चंद्रिका मलिक टैक्सी में बैठकर अपनी नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जा रही थी. तभी लाडो सराय के पास मनचले आशिक ने उसकी टैक्सी को रोकर उसमें बैठ गया और उससे जबरदस्ती करने लगा. लड़की जब नहीं मानी तो धारदार चाकू से चंद्रिका के चेहरे पर लगातार वार करना शुरू कर दिया. इस घटना को देख कैब ड्राइवर कैब छोड़कर भाग गया.
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मनचला आशिक चंद्रिका के चेहरे पर लगातार वार करता रहा. उसके पेट और पीठ के साथ पूरे शरीर पर कई बार वार करता रहा. आखिर में जब चंद्रिका अधमरी हो गई उसके बाद उसने कैब से निकल कर भागने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को इस दर्दनाक घटना की सूचना दी. पुलिस ने लोगों द्वारा पकड़े गए मनचले को गिरफ्तार कर लिया और अधमरी हालत में चंद्रिका को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भरती कराया. जहां चंद्रिका जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है.
इस घटना की पुलिस जिम्मेदार
इस पूरे मामले में पुलिस का जो रवैया है वह बेहद हैरान कर देने वाला है. पुलिस अगर वक्त रहते कार्रवाई की होती तो चंद्रिका की हालत आज ऐसी न होती. दरअसल, बीते दिनों कई बार आरोपी युवक चंद्रिका को राह चलते परेशान कर रहा था. दोनों किसी कंपनी में साथ काम करते थे. वहां दोनों की दोस्ती थी, लेकिन मनचला आशिक उसकी दोस्ती का गलत मतलब निकाल कर वह लड़की के साथ जबरदस्ती शादी करना चाहता था.
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चंद्रिका के पिता नहीं है और उसकी मां घरों में काम करके चंद्रिका के पांच भाई बहनों का पेट पालती है. लिहाजा चंद्रिका का सपना था कि वह अपने आप को इतनी काबिल बनाए कि वह अपने परिवार का जिम्मा अपने कंधे पर उठा सके और इसीलिए वह नौकरी की तलाश में इंटरव्यू देने जा रही थी. बहरहाल बीते दिनों में दोनों के झगड़ों के दौरान साकेत पुलिस स्टेशन में कई बार शिकायत दी गई थी, लेकिन मां का आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और आज लड़की की जो हालत हुई है उसमें कहीं न कहीं पुलिस भी जिम्मेदार है.
यह घटना दक्षिणी दिल्ली की है और दक्षिणी दिल्ली की डीसीपी खुद एक महिला है. बावजूद इसके उनके इलाके में एक महिला के साथ इस तरह की दर्दनाक घटना हुई. यह पूरे डिपार्टमेंट के लिए शर्म की बात है, क्योंकि पीड़ित लड़की के परिजनों ने बताया कि जब उनकी लड़की जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जूझ रही थी उस वक्त दिल्ली पुलिस के लोग परिवार को मामले को दबाने के लिए एक तरह से धमका रहे थे यानी दिल्ली पुलिस अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस पूरे मामले को दबाने की लगातार कोशिश कर रही थी.
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अब ये घटना सभी के सामने है देखना यह है कि दिल्ली पुलिस इस पूरे मामले में क्या सिर्फ उस लड़के को आरोपी बनाकर कार्रवाई करेगी या उन पुलिस वालों पर भी जांच करेगी, जिन्होंने वक्त रहते कोई कार्रवाई नहीं की. बहरहाल इसका पता आगे लगेगा, लेकिन इस घटना के बारे में दिल्ली महिला आयोग को भी जानकारी दी गई है. वहां से भी पीड़िता लड़की को इंसाफ दिलाने की गुहार की जा रही है.
(इनपुटः मुकेश सिंह)