Delhi Crime News: इस साल 17 जनवरी को मोहन गार्डन निवासी की शिकायत ट्रेडिंग ऐप CHC-SES के माध्यम से निवेश के बहाने ठगी के संबंध में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को प्राप्त हुई थी. इसके अलावा, मनोज कुमार, राजबीर यादव और शैलेंद्र कुमार की अन्य शिकायतें भी उसी ट्रेडिंग ऐप CHC-SES द्वारा ठगी और ठगी के संबंध में प्राप्त हुई थीं. यह आरोप लगाया गया था कि उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया था, जहां "उच्च रिटर्न के लिए ट्रेडिंग में निवेश कैसे करें" इसके बारे में ऑनलाइन ट्यूटोरियल दिए गए थे. शिकायतकर्ताओं को उनके संबंधित बैंक खातों के माध्यम से कई कंपनियों में 2.38 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके बाद 16 जनवरी 2024 को पीएस-स्पेशल सेल, नई दिल्ली में धारा 419/420/120बी आईपीसी और 66सी, 66डी आईटी एक्ट के तहत एफआईआर संख्या 50/24 मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. जांच के दौरान पाया गया कि 25 बहु लाभार्थी बैंक खाते हैं, जिनमें साइबर जालसाजों द्वारा शिकायतकर्ताओं को ठगी की गई राशि जमा करने के लिए प्रेरित/प्रलोभित किया गया था. स्पेशल सेल द्वारका की एक टीम जांच के दौरान आरोपियों में से एक मुनीश शर्मा, जो संदिग्ध मोबाइल फोन का उपयोग कर रहा था और जिसने कथित जीमेल आईडी rinkusinghrsom@gmail.com पर भी लॉगइन किया था उसके बैंक खातों से जुड़ा हुआ था और तकनीकी निगरानी के आधार पर और डिजिटल फुटप्रिंट्स का पालन करके उसका पता लगाया गया. इस मामले में छापेमारी की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.


इसके अलावा उसकी निशानदेही पर अपराधों में सक्रिय रूप से शामिल 08 और सह-आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. कार्यप्रणाली गौरव कुमार, मुनीश शर्मा, विकास बंसल और तुषार नाम के आरोपी समाज के गरीब लोगों से संपर्क करते थे और उन्हें मोटी रकम के बदले अपने नाम से बैंक खाते खोलने के लिए राजी करते थे. उनका काम करने का तरीका ऐसे लोगों का विश्वास जीतना था.


उन्हें उनके खातों में जमा होने वाली राशि के लिए मोटी रकम या कमीशन का लालच देकर. आरोपी व्यक्तियों ने उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य केवाईसी दस्तावेज भी एकत्र किए और ऐसे लोगों के नाम पर फर्जी फर्म शुरू की. जांच के दौरान पता चला है कि आरोपी विकास बंसल और उसके सहयोगी मनोज बंसल, तुषार गर्ग व अन्य ने 400 से अधिक फर्जी फर्म बना रखी हैं और इन फर्मों से जुड़े 400 से अधिक चालू बैंक खाते भी खोले हैं.


ये भी पढ़ें: सचिन पायलट ने कहा- हाशिए के समुदायों की मजबूती के लिए देश में जाति जनगणना की जरूरत


आरोपी इन बैंक खातों का इस्तेमाल ठगी की रकम को बड़े पैमाने पर खपाने के लिए कर रहे हैं. इसके अलावा इन फर्मों का इस्तेमाल वो जीएसटी चोरी और अन्य उद्देश्यों के लिए भी करते हैं. जांच के दौरान पता चला है कि उन्होंने कथित फर्जी फर्म भी बना रखी हैं, जैसे कि आरएस ट्रेडिंग, जो विकास कुंज, मोहन गार्डन, उत्तम नगर में रिंकू सिंह के नाम से पंजीकृत है और एएम सर्विसेज, जो नया बाजार, सदर बाजार, दिल्ली में रचना के नाम से पंजीकृत है. उन्होंने आरएस ट्रेडिंग के नाम पर 11 चालू खाते और एएम सर्विसेज के नाम पर 01 चालू खाता भी खोल रखा है. इसके बाद, उन्होंने इन खातों से जुड़े एटीएम कार्ड और मोबाइल सिम सहित बैंकिंग क्रेडेंशियल्स को साइबर धोखाधड़ी में इन बैंक खातों का उपयोग करने के लिए दुबई में अपने समकक्षों को बेच दिया.


INPUT- Raj Kumar Bhati