अमित त्यागी/नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने चाइनीज लोन ऐप से लोन देने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पहले लोगों को लोन देते और उसे वापस लेने के बाद लोगो को अश्लील फोटो भेज ब्लैकमेल करते. आरोपियों की शिकायत मजनू टीला इलाके में रहने वाले शख्स में साइबर पुलिस में की. पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपियों को दबोचा. चाइनीज लोन ऐप के माध्यम से बहुत कम ब्याज पर लोन देने के लालच में आरोपी लोगों को अपने जाल में फंसाते और लोन लेने के बाद ब्याज की दरों को बढ़ाते थे. लोन वापस मिलने के बाद भी लोन लेने वाले लोगों के रिश्तेदारों और परिवार वालों को बुलाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते, साथ ही उनके फोन नंबर पर अश्लील फोटो भेज कर उन्हें परेशान करते थे. पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 54 कंप्यूटर, 19 मोबाइल फोन, 2 इंटरनेट राउटर, 1 सर्वर मल्टीपल सिस्टम और 1 मल्टीपल सिम कार्ड ऑपरेटर डिवाइस बरामद किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Delhi News: सार्वजनिक शौचालयों में हो रहा तेजाब के प्रयोग, DCW ने नगर निगम को जारी किया समन


 


ऑथराइज कॉल सेंटर की आड़ में चला रहे थे गैंग 
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि साइबर थाना के पुलिस टीम ने चाइनीज लोन ऐप की आड़ में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को बेवकूफ बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि मजनू का टीला इलाके में रहने वाले पीड़ित ने इसको लेकर शिकायत की थी. इसकी जांच में पुलिस ने इस बड़े मामले का खुलासा किया है. यह फर्जीवाड़ा एक बड़ी कंपनी के ऑथराइज कॉल सेंटर की आड़ में चलाया जा रहा था, जिससे पुलिस को पता न लगे कि यहां पर इस तरह का गड़बड़झाला किया जा रहा है.


ऑनलाइन लोन करते थे ऑफर
पुलिस के अनुसार यह गैंग लोगों को बहुत ही कम इंटरेस्ट रेट पर ऑनलाइन लोन के लिए ऑफर करता था. जब लोगों को लोन पहुंच जाता, उसके बाद यह लोग फिर हाई इंटरेस्ट रेट बता करके उन्हें परेशान करना शुरू कर देते थे. इतना ही नहीं जो लोग लोन लेने के बाद उसका रीपेमेंट कर देते, उसके बावजूद उन्हें यह परेशान करना शुरू कर देते थे. उनके रिलेटिव और उनके जानकारों को कॉल करके परेशान करते थे.


ऐसे करते थे ब्लैकमेल
एसीपी ऑपरेशन धर्मेंद्र कुमार की देखरेख में साइबर थाना के एसएचओ पवन तोमर, इंस्पेक्टर संदीप श्रीवास्तव, लेडी सब इंस्पेक्टर रिचा, दीपा और एसआई हंसुल की पुलिस टीम ने 54 कंप्यूटर सिस्टम, 19 मोबाइल, 2 इंटरनेट राउटर, सर्वर, मल्टीपल सिम कार्ड आदि भी बरामद किया है. जिस पीड़ित ने इस फर्जीवाड़े को लेकर शिकायत की थी. उसकी बेटी ने इस लोन ऐप के जरिये लॉन लिया था. उसका रीपेमेंट करने के बाद फिर किसी ने उसको बेटी का न्यूड फोटो भेजकर उस पर भद्दे कमेंट किए थे, जिसको लेकर वह शख्स टेंशन में आ गया और उसने तुरंत इसकी जानकारी साइबर थाना पुलिस में की. इसके बाद पुलिस टीम ने फिर मामले की पूरी छानबीन शुरू की और इससे गड़बड़झाले का खुलासा किया गया.


पुलिस टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करके अब यह पता लगाने में जुटी हुई है. अब तक इन्होंने कितने लोगों को टारगेट किया है. उनसे कितने लाख की चीटिंग की है और यह कब से इस गोरखधंधे में लगे हुए थे. दिल्ली के अलावा और किन-किन शहरों के लोगों को टारगेट करके उनको परेशान कर रहे थे. इन सब बातों का खुलासा गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद ही हो पाएगा.