Delhi Crime News: बीते दिन सोमवार को दिल्ली के नांगलोई में प्लाईवुड की दुकान और अलीपुर में प्रॉपर्टी डीलर के कार्यालय पर गोलीबारी की दो अलग-अलग घटनाओं ने खतरे को बढ़ा दिया. हमलावरों की पहचान बाद में कुख्यात गोगी गैंग के सदस्यों के रूप में हुई, जो जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल थे.


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स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, NR-I/क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अजय शर्मा की एक टीम ने ACP विवेक त्यागी के देखरेख में जांच शुरू की. टीम ने तुरंत शुरू की जांचम में CCTV फुटेज सहित तकनीकी और मैनुअल इनपुट का विश्लेषण किया गया. जिससे पता चला कि दोनों गोलीबारी में एक ही व्यक्ति शामिल थे.


लगातार जांच के माध्यम से, एक गुप्त सूचना मिली कि शूटरों में से दो आकाश और हनी, नरेला में आने वाले हैं. इस खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एसआई अजीत, एचसी नरेंद्र, एचसी आकाश, एचसी नीरज और एसआई हितेश भारद्वाज की एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया. लगभग 8:15 बजे, संदिग्धों को एक स्कूटी पर इंतजार करते देखा गया. पुलिस को देखते ही संदिग्धों ने भागने का प्रयास किया. एक संदिग्ध ने बन्दूक निकाली और अधिकारियों पर निशाना साधा, जिससे पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की. 


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खतरे के बावजूद, एचसी नरेंद्र ने बहादुरी से हथियारबंद संदिग्ध को पकड़ लिया, जबकि एसआई अजीत और टीम ने दूसरे संदिग्ध को पकड़ लिया. गिरफ्तार शूटर की पहचान दिल्ली के खेड़ा खुर्द निवासी 18 वर्षीय आकाश राठौर के रूप में हुई. दूसरा व्यक्ति नाबालिग पाया गया. पूछताछ के दौरान, आकाश ने खुलासा किया कि वे गोगी गैंग के सदस्य थे और उन्होंने जबरन वसूली की योजना के तहत नांगलोई और अलीपुर में गोलीबारी की थी. उन्होंने आगे खुलासा किया कि वे कुख्यात गैंगस्टर योगेश उर्फ ​​टुंडा और मोंटी मान के साथ-साथ उनके सहयोगी राम निवास उर्फ ​​मोगली के आदेश पर काम कर रहे थे. 


Input: Raj Kumar Bhati