Delhi Crime: ड्रग सिंडिकेट के दो गुर्गे गिरफ्तार, एक साल में की थी 100+ किलो अफीम की तस्करी
Delhi Crime News: 3 दिसंबर, 2023 को सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी सियाराम अपने एक साथी के साथ दिल्ली में अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास अपने सहयोगियों को नशीली दवाओं की एक बड़ी खेप की आपूर्ति करने आएगा, जिसके बाद छापेमारी की गई.
Delhi Crime News: स्पेशल सेल ने एक अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट के दो प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनका नाम सियाराम पुत्र स्व. रामदास और दिनेश पुत्र स्व. मुन्नी लाल है. दोनों यूपी के जौनपुर के रहने वाले हैं. वो पिछले पांच वर्षों से प्रतिबंधित दवाओं की आपूर्ति में शामिल हैं. स्पेशल सेल के पास सूचना थी कि सियाराम नामक व्यक्ति द्वारा एक अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट संचालित किया जा रहा है. गुप्त मुखबिरों और तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से इनपुट को और विकसित किया गया और यह सामने आया कि सियाराम रांची, झारखंड और बिहार से अफीम खरीद रहा था और फिर इसे दिल्ली/एनसीआर और कई अन्य राज्यों में अपने सहयोगियों को आपूर्ति कर रहा था.
दोनों आरोपी गिरफ्तार
3 दिसंबर, 2023 को विशिष्ट एवं विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई कि उपरोक्त सियाराम अपने एक साथी के साथ दिल्ली में अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास अपने सहयोगियों को नशीली दवाओं की एक बड़ी खेप की आपूर्ति करने आएगा. तदनुसार, इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एक टीम. उक्त मादक पदार्थ को पकड़ने के लिए मनेंद्र सिंह, एएसआई प्रदीप, एएसआई प्रेम प्रकाश, एएसआई राजेश राणा, एचसी मनीष, एचसी अतुल, एचसी रवि, एचसी मुकेश, एचसी अमित कुमार, एचसी संजय, एचसी राकेश कुमार और एचसी रविंदर की टीम बनाई गई थी. इसके बाद, अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास जाल बिछाया गया और सियाराम और दिनेश नाम के दो लोगों को तब पकड़ा गया जब वे बस से उतरने के बाद एक ऑटोरिक्शा में चढ़ रहे थे. दोनों के हाथ में स्लिंग बैग थे. उनके बैग की जांच करने पर 3407 ग्राम अफीम बैग के अंदर से मिले. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 करोड़ रुपये के करीब कीमत है. इसके बाद एनडीपीएस अधिनियम के प्रावधानों के तहत पीएस स्पेशल सेल, दिल्ली में मामला दर्ज किया गया और मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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एक ही गांव के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
दोनों आरोपी सियाराम और दिनेश यूपी के जौनपुर के एक ही गांव के रहने वाले हैं. सियाराम छठी कक्षा तक पढ़ा था और पान मसाला का व्यवसाय करता था. हालांकि, गरीबी के कारण और जल्दी पैसा कमाने के लिए उसने दिनेश के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी शुरू कर दी. वो झारखंड निवासी बिरसा से अफीम खरीदते थे और उसे दिल्ली/एनसीआर और हरियाणा में अपने संपर्कों को आपूर्ति करते थे. यह भी खुलासा हुआ कि उन्होंने पिछले एक साल में 100 किलो से ज्यादा अफीम की सप्लाई की थी. इस सिंडिकेट के बाकी सदस्यों को पकड़ने के लिए रांची, झारखंड और दिल्ली/एनसीआर में छापेमारी की जा रही है.
INPUT- Harikishor Shah