नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार की आबकारी पॉलिसी को लागू करने में कथित अनियमितता को लेकर भाजपा (BJP) की दिल्ली प्रदेश ईकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. आज यानी सोमवार को बीजेपी प्रदर्शनकारियों ने आईटीओ के पास जमा हुए. इसके बाद वहां से दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यालय की तरफ बढ़ने लगे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने बताया कि जिन कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड को पार किया, उन्हें हिरासत में ले लिया गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: कांवड़ियों के लिए योगी सरकार ने उठाया अहम कदम, अब नोएडा में नहीं खुलेंगे शराब के ठेके


वहीं भाजपा प्रदर्शनकारियों ने आबकारी विभाग का जिम्मा भी संभाल रहे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान उन्होंने यह दावा भी किया है कि इस नीति को लागू कराने के लिए घोटाला हुआ है.


केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति 2021-22 जांच के घेरे में आ गई है. लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने पॉलिसी को लागू करने में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियागत कमियों की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में शराब की बिक्री के लिए रिटेल जोनल लाइसेंस देने में भ्रष्टाचार किया गया है. लाइसेंस देने में केजरीवाल सरकार ने न सिर्फ बोली लगाने वाले दागी लोगों को तरजीह दी, बल्कि शराब माफिया को भी खुली छूट दे दी गई.


वहीं दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि हम यहां प्रदर्शन करने और केजरीवाल सरकार और सिसोदिया के साथ-साथ अन्य मंत्री सत्येंद्र जैन की बर्खास्तगी की मांग करते हैं, जो फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में हैं. इस दौरान प्रदर्शन में विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश महासचिव कुलजीत चहल और दिनेश प्रताप सिंह एवं कई अन्य शामिल हुए.


वहीं इससे पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को लिखित में शिकायत देकर आबकारी नीति की जांच की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.


WATCH LIVE TV