नई दिल्लीः दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने बुधवार को कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वाले कोरोना योद्धा के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें दिल्ली सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि का चेक सौंपा. इस दौरान समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने बताया कि टीजीटी राजकीय बाल उच्च माध्यमिक विद्यालय मॉडल टाउन-3 में सर्विस के दौरान शिक्षक हेमंत कुमार कोरोना से संक्रमित हो गए थे और अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ते हुए उनकी मृत्यु हो गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा कि भले ही अनुग्रह राशि परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए, लेकिन मुझे उम्मीद है कि परिजनों को इस आर्थिक मदद से अपना भविष्य संवारने एवं जीवन यापन में थोड़ी सहायता मिलेगी. कई कोरोना योद्धाओं ने मानवता और समाज की सेवा करते हुए अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दिया. हम दिल से उनकी मेहनत और महामारी से जंग लड़ने के उनके जज्बे को सलाम करते हैं. कोरोना काल में सेवा करते हुए कोविड की चपेट में आकर जान गंवाने वाले दिल्ली के कई कोरोना योद्धाओं के परिजनों को केजरीवाल सरकार एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दे चुकी है.


ये भी पढ़ेंः Corona Virus: कोरोना से निपटने के लिए MCD के अस्पताल तैयार, गाइडलाइंस का करें पालन- शैली ओबरॉय


उन्होंने कहा कि समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद बुधवार को कोरोना योद्धा स्वर्गीय हेमंत कुमार के परिवार से मिलने आदर्श नगर उनके घर पहुंचे. समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने हेमंत कुमार के परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. 


उन्होंने कहा कि स्वर्गीय हेमंत कुमार की जान की कीमत नहीं लगाई जा सकती है, लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से दी गई यह राशि उनके परिवार की कुछ जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी. केजरीवाल सरकार की तरफ से हम उनके परिवार को आर्थिक मदद दे रहे हैं, ताकि उनके परिजनों को अपने जीवन यापन और भविष्य को संवारने में मदद मिल सके. दिल्ली सरकार की यह योजना कोरोना योद्धाओं के परिवार को आत्मविश्वास देती है कि सरकार और समाज हमेशा उनके साथ है.


ये भी पढ़ेंः सार्वजनिक शौचालयों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर DCW ने उठाए सवाल, समन जारी


कोरोना योद्धा के स्वर्गवास के बाद उनकी मां बीमार


कोरोना योद्धा हेमंत कुमार बहुत ही खुश मिजाज व्यक्ति थे, उनकी उम्र 32 साल थी और वह अविवाहित थे और अपनी मां के साथ रहते थे. उनके पिताजी के मृत्यु बहुत पहले ही हो चुकी थी और उनके घर में सिर्फ उनकी मां रंजना कुमारी गुप्ता ही रहती थीं . बेटे हेमंत कुमार के स्वर्गवास के बाद मां रंजना कुमारी गुप्ता का दिमागी संतुलन सही नहीं रहता है और वह बहुत बीमार रहती हैं. वह अपना पुराना मकान भी खाली कर चुकी हैं और अब अपनी बड़ी पुत्री करुणा के साथ उनके आदर्श नगर निवास में रहती हैं.


कोरोना योद्धाओं की मदद के लिए केजरीवाल सरकार हमेशा तैयार


समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच जनता की सेवा के लिए डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों ने परिजनों से दूर रहकर मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे सेवाएं दी. इस बीच कई कोरोना योद्धा खुद कोरोना संक्रमित हुए और अपनी जान तक गंवा दी. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले.


उन्होंने कहा कि महामारी में जान गंवाने वाले दिल्ली के 70 से अधिक कोरोना योद्धाओं के परिजनों को केजरीवाल सरकार एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि प्रदान कर चुकी है. उनकी मदद के लिए दिल्ली सरकार हमेशा उनके साथ है. हम अपने सभी कोरोना योद्धाओं का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की है.