Delhi: JEE Mains में SOSE के छात्रों ने गाड़े झंडे, दिल्ली में ही छात्रों को मिल रही कोटा जैसी कोचिंग- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को JEE (Mains) में 98 पर्सेंटाइल से अधिक अंक हासिल करने वाले दिल्ली सरकार के स्कूलों के 45 छात्रों से मुलाकात कर उनसे चर्चा की. साथ ही छात्रों को आगामी बोर्ड परीक्षाओं और JEE (Advance) की परीक्षा के लिए भी प्रेरित किया.
नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को JEE (Mains) में 98 पर्सेंटाइल से अधिक अंक हासिल करने वाले दिल्ली सरकार के स्कूलों के 45 छात्रों से मुलाकात कर उनसे चर्चा की. साथ ही छात्रों को आगामी बोर्ड परीक्षाओं और JEE (Advance) की परीक्षा के लिए भी प्रेरित किया. इस मौके पर बधाई देते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ट्वीट कर कहा कि जब हमारे बच्चे पढ़ लिखकर कामयाब होंगे तो वो देश को भी आगे बढ़ाएंगे. इन बच्चों की इस शानदार कामयाबी में उनके पैरेंट्स, टीचर्स और दिल्ली की पूरी एजुकेशन टीम की जी-तोड़ मेहनत का भी बहुत बड़ा योगदान है.
वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे स्कूलों के बच्चों ने JEE (Mains) में शानदार प्रदर्शन कर दिल्ली का नाम रोशन कर दिया है. यह बेहद खुशी की बात है कि सरकार की ओर से मिली फ्री ऑनलाइन कोचिंग, स्कूल लाइब्रेरी में हाई-एंड किताबों की उपलब्धता, टीचर्स के सपोर्ट और अपनी कड़ी मेहनत के साथ आज ये बच्चे देश के टॉपर्स में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सीएम के विजन के तहत बच्चों को अपने स्कूल में ही शानदार कोचिंग मिल रही है. इसने साबित कर दिया है कि दिल्ली के बच्चों को अब कोटा जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि कोटा ही हमारे स्कूलों मे आ गया है. एसओएसई (SOSE) के शानदार प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि यह बेहद गर्व की बात है कि दिल्ली सरकार द्वारा दो साल पहले शुरू हुए स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (School of Special Excellence) के पहले बैच ने ही JEE में झंडे गाड़ दिए हैं. एसओएसई के पहले बैच में से 253 बच्चों ने JEE का एग्जाम दिया, जिसमें से 109 बच्चों ने JEE (Mains) क्वालीफाई किया है.
छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे स्कूलों में छात्र विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं. उन्होंने अपने जीवन में आर्थिक और भावनात्मक रूप से सबसे कठिन समय देखा है, लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ यह साबित कर दिया कि उनके अन्दर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और वे भी जेईई जैसी कठिन परीक्षाओं को पार कर सकते हैं.
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उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटी-जेईई परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग में लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. जो बहुत से लोग इसको वहन करने में असमर्थ होते हैं, लेकिन इन अभिभावकों और बच्चों के सपने न टूटे, इस दिशा में केजरीवाल सरकार अपने स्कूलों के बच्चों को मुफ्त में कोचिंग उपलब्ध करा रही है. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की ऑनलाइन कक्षाओं के साथ-साथ ऑफलाइन भी दी जाती हैं. इससे छात्रों को देशभर के विशेषज्ञों से जुड़ने और अच्छी तैयारी करने में मदद मिल रही है. साथ ही स्कूलों की लाइब्रेरी में जेईई की तैयारियों से जुडी स्पेशलाइज्ड किताबों के होने से भी बच्चों को बहुत मदद मिली है.
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, जेईई मे 98 पर्सेंटाइल से ज्यादा लाकर दिल्ली सरकार के स्कूलो का नाम रौशन करने वाले बच्चों से मुलाकात की. अरविंद केजरीवाल जी के विजन के तहत बच्चो को अपने स्कूल मे ही शानदार कोचिंग मिल रही है. इसने साबित कर दिया है बच्चों को अब कोटा जाने की जरूरत नही है कोटा ही हमारे स्कूलो मे आ गया है.
डिप्टी सीएम के साथ छात्रों ने सांझा किए अपने अनुभव
अपने अनुभव सांझा करते हुए 99.98 पर्सेंटाइल लाने वाले जीएसबीवी, राधेश्याम पार्क के छात्र आस्ति ने कहा कि स्कूल के शिक्षकों और मेरे पिता ने मेरी तैयारी के दिनों में सबसे अधिक योगदान दिया. सरकारी स्कूलों में आज प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जो सुविधाएं मिल रही हैं, उससे मुझे बहुत मदद मिली है. जहां तक मेरी तैयारी का सवाल है. मैं हमेशा अगले दिन की कार्ययोजना पहले से ही तय कर लेता हूं और उसका पूरी ईमानदारी से पालन करता हूं. बता दें कि आस्तिक ने 8वीं कक्षा में कैलकुलस पर एक किताब भी लिखी है.
SOSE खिचड़ीपुर के छात्र ने अनुभव ने कहा कि मेरे पिताजी मोबाइल रिपेयरिंग की दूकान पर काम करते हैं. मैं दसवीं के बाद ही जेईई की तैयारी करना चाहता था, लेकिन जब मैं कोचिंग के लिए संस्थानों पर पूछने गया तो पता चला कि ये कोचिंग बहुत महंगी है. मैं दिल्ली सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं कि जिस कोचिंग के लिए मैं बाहर फीस नहीं चूका सकता था वहीं कोचिंग आज मुझे मेरे स्कूल में फ्री मिल रही है.
छात्रों ने उपमुख्यमंत्री के साथ सांझा किया कि एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम जैसे पाठ्यक्रम ने भी उन्हें अपनी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी करने में मदद की है. बता दें कि 45 छात्रों के अलावा दिल्ली सरकार के स्कूलों में ऐसे छात्रों की बहुत बड़ी संख्या है जिन्होंने जेईई मेन्स में 90 पर्सेंटाइल से ऊपर अंक प्राप्त किए हैं और जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं.