Delhi Jal Board: दिल्लीवासी यमुना अभियान में निभाने जा रहे बड़ी भागीदारी, इस अभियान के तहत इस अंदाज में होगा प्रचार
Yamuna Safai Abhiyan: जनभागीदारी बढ़ाने और लोगों को जागरूक करने के लिए जन जागरण अभियान के अंतर्गत नुक्कड़ नाटक, डोर टू डोर प्रचार, सामूहिक चर्चा, प्रशिक्षण, मोहल्ला मीटिंग, सेल्फ हेल्प ग्रुप और महिला सशक्तिकरण एवं प्रचार सामग्री का वितरण जैसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों को यमुना सफाई अभियान से जोड़ा जा रहा है.
Delhi Jal Board: दिल्ली जल बोर्ड यमुना एक्शन प्लान 3 (Delhi Jal Board Yamuna Action Plan 3) के अंतर्गत यमुना की सफाई और संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने में जुटा हुआ है. दिल्ली जल बोर्ड और उससे जुड़े एनजीओ यमुना सफाई अभियान में लोगों की जन भागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां और कार्यक्रम चला रहे हैं. इसी उद्देश्य के लिए लोगों को यमुना सफाई अभियान में शामिल करने और यमुना के प्रति जागरूक करने के लिए शुरू किए गए. दिल्ली जल बोर्ड के 'जन जागरण अभियान' कार्यक्रम ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है.
'जन जागरण' कार्यक्रम को दिल्ली के लोगों का मिला समर्थन
यमुना सफाई अभियान के 'जन जागरण' कार्यक्रम को दिल्ली के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. यमुना एक्शन प्लान-3 के अंतर्गत शुरू लिए गए इस कार्यक्रम के जरिये अबतक 1 लाख, 34,560 लोगों ने यमुना सफाई अभियान से जुड़कर यमुना को स्वच्छ बनाने में अपनी भागीदारी निभाई है. इन लोगों को विभिन्न माध्यमों के जरिये यमुना की सफाई के प्रति जागरूक किया गया है. वहीं इस अभियान को अबतक राजधानी दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों के 33,640 घरों तक पहुंचने में सफलता मिली है. जनभागीदारी बढ़ाने और लोगों को जागरूक करने के लिए जन जागरण अभियान के अंतर्गत नुक्कड़ नाटक, डोर टू डोर प्रचार, सामूहिक चर्चा, प्रशिक्षण, मोहल्ला मीटिंग, सेल्फ हेल्प ग्रुप और महिला सशक्तिकरण एवं प्रचार सामग्री का वितरण जैसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों को यमुना सफाई अभियान से जोड़ा जा रहा है. गौरतलब है कि दिल्ली जल बोर्ड ने साल 2022 में जन जागरण अभियान की शुरुआत की थी. दिल्ली जल बोर्ड इस कार्यक्रम की कामयाबी को देखते हुए जल्द ही इसका विस्तार करने की तैयारी कर रहा है. दिल्ली जल बोर्ड के यमुना एक्शन प्लान -3 के तहत जनभागीदारी बढ़ाने और यमुना की स्वच्छता के प्रति दिल्लीवासियों को जागरूक करने के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्यों को अबतक सफलतापूर्वक हासिल किया है.
दिल्ली के क्षेत्रों में किया जा रहा फोकस
दिल्ली जल बोर्ड द्वारा यमुना एक्शन प्लान-3 में सीवरेज नेटवर्क का विस्तार करने, सीवरेज सुविधाओं को उन्नत बनाने और लोगों को यमुना के प्रति जागरूक करने के लिए राजधानी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है. इन क्षेत्रों में ऐसी अनधिकृत कॉलोनियों को गांवो को शामिल किया गया है, जहां लोगों को अब तक भी सीवरेज सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाई है. यमुना एक्शन प्लान -3 के अंतर्गत ईस्ट और नार्थ - ईस्ट जिलों के लक्ष्मी नगर, कृष्णा नगर, कोंडली , शकरपुर, पड़पड़गंज, बिहारी कॉलोनी, भोलानाथ नगर, गीता कॉलोनी, मंडावली, त्रिलोकपुरी, दल्लूपुरा, गाजीपुर इत्यादि क्षेत्रों को टारगेट एरिया के तौर पर चिन्हित किया गया है.
वहीं वेस्ट और नॉर्थ-वेस्ट जिलों के सुल्तानपुरी, मुंडका, नांगलोई, मुबारकपुर, प्रेम नगर, किराड़ी, रोहिणी, समयपुर बादली, वजीरपुर, त्रिलोकपुरी, शालीमार बाग, आनंद पर्वत इत्यादि क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है. इसी प्रकार साउथ और साउथ-वेस्ट जिलों में ओखला, कालकाजी, तुगलकाबाद, बदरपुर,संगम विहार, खानपुर, मदनगीर, दक्षिणपुरी,आर के पुरम इत्यादि क्षेत्रों को पहचान टारगेट एरिया के तौर पर की गई है. इन टारगेट एरिया में यमुना एक्शन प्लान-3 में स्वच्छ यमुना के लिए ओखला, रिठाला और कोंडली वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लान का निर्माण करने के अलावा नई सीवर लाइन बिछा कर सीवरेज नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है. वहीं यमुना सफाई अभियान में जनभागीदारी बढ़ाने और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं.
दिल्ली जल बोर्ड के 4 पार्टनर NGO चला रहे जन जागरण अभियान
दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना एक्शन प्लान-3 के अंतर्गत 4 गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ ) सोशल नेटवर्क इंडिया, रूरल एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी, गंगा देवी शैक्षिक सोसाइटी और हरियाली सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट को अधिकृत किया है. इन एनजीओ को दिल्ली जल बोर्ड ने पार्टनर एनजीओ नाम दिया है. जन जागरण अभियान दिल्ली दिल्ली जल बोर्ड के सहयोग से पार्टनर एनजीओ द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है पार्टनर एनजीओ के सदस्यों और डीजेबी के कर्मचारियों की संयुक्त टीमें विभिन्न क्षेत्रों में जाकर कई प्रकार की गतिविधियों के जरिए लोगों को यमुना के प्रति जागरूक करती है. पार्टनर एनजीओ यमुना सफाई अभियान में जनभागीदारी बढ़ाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चला रहे है.