Delhi News: सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली जल बोर्ड का सी.ए.जी. द्वारा ऑडिट कराने के आदेश पर भाजपा ने हमला बोला है. भाजपा ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने सी.ए.जी. ऑडिट की मांग स्वीकार कर जल बोर्ड स्कैम को दबाने का प्रयास किया है, लेकिन भाजपा इससे चुप नहीं होगी और हम जल बोर्ड के और स्कैम खोलती रहेगी.


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दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि भाजपा द्वारा दिल्ली जल बोर्ड पर लगाये गए भ्रष्टाचार एवं स्कैम के आरोपों ने अब अरविंद केजरीवाल सरकार को अस्थिर करना शुरू कर दिया है. यह हमारे आरोपों का नतीजा है कि अरविंद केजरीवाल को पहली बार दिल्ली जल बोर्ड के स्कैम एवं भ्रष्टाचार पर सफाई देनी पड़ी और दिल्ली जल बोर्ड के खातों के सी.ए.जी. द्वारा आडिट की मांग स्वीकार करनी पड़ी.


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सचदेवा ने कहा कि सीएम ने सी.ए.जी. ऑडिट की मांग स्वीकार कर जल बोर्ड स्कैम एवं भ्रष्टाचार को दबाने का प्रयास किया है. भाजपा इससे चुप नहीं होगी और हम जल बोर्ड के और स्कैम खोलती रहेंगे. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2017-18 से दिल्ली जल बोर्ड के खाते बनाए ही नही गये हैं तो फिर सी.ए.जी. ऑडिट किन खातों का करेगी.


दिल्ली की जनता 2016-17 के सी.ए.जी. ऑडिट के आधार पर प्रोजेक्ट फंड हेरफेर, बैंक खातों मे हेरफेर और वाटर टैंकर घोटाले पर केजरीवाल सरकार से जवाब चाहती है. सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल का यह कहना की अफसर दिल्ली जल बोर्ड के फंड जारी नहीं कर रहे एक भ्रमात्मक बयान है. अफसर फंड देने से मना नहीं कर रहे. वह पहले दिये पैसे का हिसाब मांग रहे हैं, जो केजरीवाल सरकार देना नहीं चाहती है.


दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल सरकार को प्रशासनिक व्यवस्था को मानने वाले अधिकारी पसंद नहीं आते. उन्हें उदित प्रकाश जैसे अफसर पसंद आते हैं, जो पद से हटाये जाने के बाद भी जल बोर्ड में स्कैम करने में साथ देते हैं.