Delhi News: आज यानी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी को 4500 करोड़ रुपए का तोहफा दिया है. इसमें 1675 गरीबों को फ्लैट, दिल्ली विश्वविद्यालय के दो नए कैंपस और सावरकर कॉलेज जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं.
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Delhi News: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी को 4500 करोड़ रुपए का तोहफा दिया है. इसमें 1675 गरीबों को फ्लैट, दिल्ली विश्वविद्यालय के दो नए कैंपस और सावरकर कॉलेज जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं.
केजरीवाल पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बिना नाम लिए उन पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि देश जानता है कि मोदी ने अपने लिए घर नहीं बनाया. बीते 10 सालों में 4 करोड़ से अधिक गरीब लोगों के घर का सपना पूरा किया है. मैंने कभी शीश महल नहीं बनाया. मैं भी कोई शीश महल बना सकता था. लेकिन मेरे एक सपना था कि मेरे देशवासियों को पक्का घर मिले. पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं आप सबको कहता हूं कि आप जब लोगों के बीच जाएं. लोगों को मिलें और अभी भी जो लोग झुग्गी झोपड़ी में रहते हैं उनको मेरी तरफ से वादा करके आना, मेरे लिए तो आप ही मोदी है. आज नहीं तो कल उन्हें पक्का घर मिलेगा.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के युवाओं के लिए उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि नए परिसरों के निर्माण से हर वर्ष सैकड़ों छात्रों को पढ़ाई का अवसर मिलेगा. दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्वी और पश्चिमी कैंपस का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. अब, सूरजमल विहार में पूर्वी कैंपस और द्वारका में पश्चिमी कैंपस के निर्माण से छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का नया अवसर मिलेगा. प्रधानमंत्री ने नजफगढ़ में वीर सावरकर के नाम पर नए कॉलेज की स्थापना की घोषणा की. यह कॉलेज दिल्ली के शिक्षा परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है.
दिल्ली सरकार पर बरसे पीएम
प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की, जबकि राज्य सरकार की नाकामियों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचा है. पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ दिल्ली में केंद्र शिक्षा व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार के प्रयास हैं. दूसरी तरफ यहां की राज्य सरकार का कोरा झूठ भी है. वहीं दिल्ली में जो लोग पिछले 10 सालों से उन्होंने दिल्ली की स्कूली व्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचाया है. समग्र शिक्षा अभियान के जो पैसे भारत सरकार ने बच्चों के भविष्य के लिए यहां की सरकार को दिए उनमें से आधे पैसे भी पढ़ाई के सरकार खर्च कर पाई है. इनको बच्चों के भविष्य की कोई परवाह नहीं है.