अनुष्का गर्ग/ नई दिल्ली: Delhi MCD Chunav को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जी मीडिया की टीम लगातार चुनावी चौराहा के तहत हर वार्ड की समस्या सामने ला रही है. जिसमें कहीं समस्याएं तो कहीं संतुष्टि देखने को मिल रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के शाहदरा विधानसभा सीट के सुंदर नगरी (Sundar Nagari) वार्ड नं. 218 और दिलशाद गार्डन (Dilshad Garden) के वार्ड नं. 219 में चुनावी चौराहा सजा. जहां लोगों से उनकी परेशानियां के बारे में जानने की कोशिश की गई. आइए जानते हैं कि यहां के निवासियों के लिए इस बार चुनावी मुद्दे क्या होने वाले हैं.


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Sundar Nagari Ward No. 218
चुनावी चौराहे के तहत जी मीडिया की टीम सुंदर नगरी के वार्ड संख्या 218 में पहुंची. जहां लोगों से बात करने पर पता चला कि यहां साफ-सफाई बेहद ही खराब है. जगहब-जगह गंदगी कुड़े का ढ़ेर लगा हुआ है. यहां पार्क भी पूरे तरह से खाली है मतलब पार्क में घास नाम की चीज नहीं है. पार्क में सिर्फ धूल दिखती है. वहां बैठने जैसी कोई व्यवस्था नहीं है. लोगों के मुताबिक कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यहां पार्किंग की समस्या भी बड़ी है. 


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यहां पर सालों से लावारिस गाड़ियां सड़को पर खड़ी हुई हैं, जिसको कोई उठाने नहीं आता. वहीं कुछ लोग एमसीडी के कामों से बेहद खुश भी नजर आए. जिनके मुताबिक घर से बाहर तक साफ सफाई होती है, झाड़ू लगाने वाले लोग आते हैं. चुनावी चौराहे में लोगों ने कहा कि इस बार वोट उन्हीं को देंगे, जो समय रहते समस्याओं को सुनेगा. 


Dilshad Garden Ward No. 219
चुनावी चौराहा में सुंदर नगरी वार्ड के साथ दिलशाद गार्डन वार्ड नं. 219 में पहुंची. वहां जाने से पता चला कि लोग एमसीडी के काम से बेदह ही न खुश हैं. कूड़े और साफ-सफाई की समस्या वहां सबसे बड़ी है. जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. लोग बोले कि यहां पार्क की भी बड़ी परेशानी है, कई सालों से पार्क में साफ-सफाई करने नहीं हुई है. अब यह जंगल में तब्दील हो चुका है. यहां आवारा लोग घुस कर तास खेलते हैं और शराब पीते हैं. 


दिलशाद गार्डन में खुले और ब्लॉक नालियों से भी लोग दुखी हैं, जो कि पूरी तरीके से टूटे हुए भी हैं. बारिश के मौसम में यह नालियां भर जाती हैं, जिससे सड़को में पानी भर जाता है. पब्लिक टॉयलेट की सफाई नहीं होती. किई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनने नहीं आता और लगातार बोलने के बावजूद कोई ध्यान भी नहीं देता. साथ ही अपने पार्षद से भी लोग निराश दिखें, बोले यहां पार्षद कभी नहीं आए हैं, लेकिन वोट मांगने सब आते हैं. 


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