Delhi Metro 2024: किसान आंदोलन के चलते दिल्ली में हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इतना ही नहीं दिल्ली से जुड़ने वाले सभी बॉर्डरों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, जिसके चलते दिल्ली की सड़कों पर कई घंटों तक लंबा जाम देखने को मिल रहा है. इन दिनों जाम से बचने के लिए लोग मेट्रो में सफर कर रहे हैं. इसी के चलते डीएमआरसी (DMRC) ने नया रिकॉर्ड काम कर दिया है. DMRC ने हाल ही में एक आंकड़ा जारी किया है.


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DMRC की तरफ से जारी की गई इस रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि बीते मंगलवार को 71.09 लाख यात्रियों ने दिल्ली मेट्रो से सफर किया है. इस नए आंकड़े ने दिल्ली मेट्रो का सितंबर 2023 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, लेकिन रोजाना 60 लाख के करीब लोग दिल्ली मेट्रो में सफर करते हैं. जाम से बचने के लिए मेट्रो में 10 लाख से अधिक यात्रियों की बढ़ोतरी हुई है.



दिल्ली में लगा चारों तरफ जाम, ये रास्ते हैं बंद


किसानों के दिल्ली चलों मार्च की वजह से सभी सीमाओं पर सुबह से जाम लगना शुरू हो जाता है. जाम से बचने के लिए ही लोगों ने मेट्रो में सफर करना शुरू किया. बता दें कि NCR से रोजाना लाखों लोग काम करने के लिए दिल्ली आवाजाही करते हैं. इसलिए लोग इन दिनों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, बहादुरगढ़ और फरीदाबाद से लोगों ने मेट्रो में सफर करना शुरू कर दिया है. इन दिनों आम दिनों की तुलना में मेट्रो में अधिक भीड़ दर्ज की गई है. सुबह और शाम के वक्त लक्ष्मी नगर, वैशाली, आनंद विहार मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की लंबी लाइन देखने को मिल रही है.


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मेट्रो के गेट नहीं होंगे बंद


किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली में प्रशासन अलर्ट मोड पर है. मंगलवार को DMRC ने दिल्ली मेट्रो के 9 स्टेशनों को बंद करने का ऐलान किया था, जिसकी वजह से मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों का परेशानियों का सामना करना पड़ा था. इस बीच DMRC ने अपना फैसला वापस लेते हुए जानकारी दी कि दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशनों को यात्रियों के लिए खोल दिए गए हैं. इतना ही नहीं DMRC ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशन खुले हैं. जहां से सभी यात्री एंट्री और एग्जिट कर सकते हैं.


दिल्ली की इन जगहों पर आम लोगों की एंट्री बंद


किसान आंदोलन को देखते हुए, दिल्ली के लाल किला को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है. इसी के साथ लाल किला के मेन गेट पर कई लेयर की बेरिकेडिंग की गई है और गेट पर बस और ट्रक खड़े कर दी गई है, जिससे वजह से किसी भी तरह का कोई वाहन अंदर एंट्री न कर पाए. केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के शास्त्री भवन वाले गेट को भी सुरक्षा के चलते बंद कर दिया गया है. पटेल चौक मेट्रो स्टेशन पर भी ताला लटका दिया गया है.


पटेल चौक मेट्रो स्टेशन और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के साथ-साथ दिल्ली के कुछ और मेट्रो स्टेशनों के गेटों पर ताला लटका दिया गया हैं. दिल्ली मेट्रो की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा कारणों से राजीव चौक, उद्योग भवन, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, जनपथ, खान मार्केट और लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन के भी कुछ गेट्स बंद किए जा सकते हैं.



क्यों, रखा गया किसान आंदोलन 2.0? नाम


आपको बता दें कि किसानों ने अपने आंदोलन का नाम 'चलो दिल्ली' मार्च का नाम दिया है, लेकिन कुछ लोग इसे किसान आंदोलन 2.0 भी कह रहे हैं. क्योंकि, किसान आंदोलन का पैटर्न 2020-21 में हुए किसान आंदोलन से काफी तरीकों से मिलता जुलता बताया जा रहा है. इससे पहले भी किसान आंदोलन में अलग-अलग राज्यों से हजारों किसानों ने दिल्ली चलो किसान आंदोलन में हिस्सा लिया था. लेकिन, इस बार किसान अपने साथ ट्रैक्टर और राशन भी साथ लाने वाले हैं और इस बार फिर दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का लंबे वक्त रुकने का प्लान है.