Delhi News: एक ओर अयोध्या के मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में लोगों को उकसाने की कोशिश का मामला सामने आया है. दरअसल JNU कैंपस की दीवारों पर बाबरी मस्जिद का पुनर्निर्माण (Rebuild Babri masjid 6 December) लिखा गया है. स्कूल ऑफ लैंग्वेज 2 बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर ऐसा लिखा गया है और उसके नीचे NSUI का नाम लिखा गया है. 


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NSUI ने पल्ला झाड़ा 
ज़ी मीडिया की टीम ने जब एनएसयूआई छात्र संघ के नेताओं से बात की तो उनका साफ कहना था कि यह मैसेज एनएसयूआई छात्र संघ के द्वारा नहीं लिखा गया है और वह ऐसे बातों का विरोध करते हैं. 


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बदनाम करने की साजिश
उन्होंने कहा कि यह मैसेज कैंपस को और एनएसयूआई को बदनाम करने की साजिश के तहत लिखा गया है. छात्रों ने यह मांग की है कि प्रशासन इस पूरे मामले पर गंभीरता से जांच करें और आरोपियों को सख्त सजा दी जाए.


JNU प्रशासन ने नहीं की ठोस कार्रवाई
जेएनयू कैंपस में दीवारों पर स्लोगन लिखे जाने की घटना पहले भी हो चुकी हैं. इस पर ABVP और NSUI से जुड़े छात्र नेता एक दूसरे के सामने आ चुके हैं, लेकिन अभी तक जेएनयू प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है.


बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से सभी मुख्यमंत्रियों और बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है. मामले पर कांग्रेस सांसद और दिग्गज नेता शशि थरूर ने कहा कि प्रेस ने मुझसे जानना चाहा कि क्या मैं 22 जनवरी को अयोध्या जा रहा हूं. मैंने उन्हें बताया कि मुझे आमंत्रित नहीं किया गया है, लेकिन धर्म को मैंने एक व्यक्तिगत गुण के रूप में देखा न कि राजनीतिक (गलत) उपयोग के लिए.


वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि राम मन्दिर का निमंत्रण मुझे नहीं आया है. मुझे राम मन्दिर बनने की खुशी है और इस संबंध में बतौर विपक्ष हमारा इतना ही कहना है कि सत्ताधारियों के पास कोई और मुद्दा बचा नहीं है. इसलिए वो राम मंदिर का मुद्दा आगे बढ़ा रहे हैं.


इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इन नेताओं को निमंत्रण मिला है. उनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर हामी नहीं भरी है तो वहीं मनमोहन सिंह स्वास्थ्य कारणों की वजह से शामिल नहीं हो पाएंगे.


Input: Mukesh Singh