Delhi News: दिल्ली के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत आज नजफगढ़ के मलिकपुर गांव में कृषि कंपनी धाम ऑर्गेनिक द्वारा आयोजित जैविक किसान मिलन समारोह में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और राजस्थान सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों किसानों ने भाग लिया. इस मौके पर उन्होंने किसानों द्वारा अपने जैविक उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए लगाए गए स्टालों का भी निरीक्षण किया और उनके साथ बातचीत भी की.


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केजरीवाल सरकार के प्रयासों को किया रेखांकित
किसानों को संबोधित करते हुए कैलाश गहलोत ने जैविक खेती को बढ़ावा देने और इसके जरिए सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने लगातार जैविक खेती को प्रोत्साहित किया है, जिससे सतत विकास को बढ़ावा मिला है." उन्होंने जैविक कृषि विधियों को अपनाकर पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और महत्वपूर्ण संसाधनों को संरक्षित करने के लिए केजरीवाल सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया.


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मुआवजे के रूप में दिए 45 करोड़ रुपये
कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, "पिछले साल, हमने कुशक नाला क्लस्टर बस डिपो में हाइड्रोपोनिक्स बागवानी और प्रशिक्षण सुविधा की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य आजीविका के लिए हाइड्रोपोनिक्स बागवानी और इसके व्यावसायिक उपयोग में महिलाओं को प्रशिक्षित करना था." मंत्री कैलाश गहलोत ने एकत्रित किसानों को दिल्ली सरकार से सभी तरह के समर्थन का आश्वासन देते हुए कहा, "चुनौतीपूर्ण समय के दौरान केजरीवाल सरकार हमेशा कृषक समुदाय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही है." उन्होंने बेमौसम बारिश और तूफान से प्रभावित किसानों की सहायता के लिए केजरीवाल सरकार द्वारा उठाये गए कदमों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि  प्रभावित किसानों को केजरीवाल सरकार ने ₹20,000 प्रति एकड़ की दर से मुआवजे के रूप में ₹45 करोड़ दिए हैं.


किसानों ने लिया हिस्सा
धाम ऑर्गेनिक द्वारा आयोजित जैविक किसान मिलन समारोह में मुख्य रूप से जैविक खेती के अभ्यास को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया. प्रसिद्ध कृषि विशेषज्ञ पद्मश्री भारत भूषण त्यागी ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की और जैविक खेती की महत्ता के बारे में लोगों को बताया. कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए किसानों ने जैविक खेती तकनीकों का प्रशिक्षण प्राप्त किया, जिसमें विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भी भाग लिया. सुमित डागर और अनीता डागर के संरक्षण में, धाम ऑर्गेनिक किसी भी रासायनिक उर्वरक, कीटनाशकों या जीएमओ के उपयोग के बिना पौधों का पोषण और खेती करता है.