Delhi News: दिल्ली में बाढ़ का पानी उतरने के बाद आज पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पशुओं के हेल्थ चेकअप के निर्देश जारी किए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के मेडिकल हेल्थ चेकअप के लिए 8 टीमों का गठन किया गया है. साथ ही विभाग द्वारा पशुओं के पुनर्वास, उनके लिए उपयुक्त दवाई और टीका कराने का निर्देश दिया गया है. पशुओं की देखभाल के लिए पुनर्वास शिविरों के लिए रोटेशन के आधार पर 2 मोबाइल वैन उपलब्ध कराइ गई हैं. राहत शिविर में नियमित रूप से पर्याप्त पशु चारा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यमुना का जलस्तर हो रहा है कम
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पिछले कई दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है और यमुना नदी का जल स्तर भी धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन जगह-जगह रुके हुए पानी में बीमारियां पैदा होने की आशंका बढ़ गई है. ठहरे हुए पानी में मच्छर पनप रहे हैं. पशुओं में भी संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ गई हैं. इसी के चलते आज पशुपालन विभाग को सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में फंसे पशुओं के पुनर्वास, उनके लिए दवाई और टीका की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही राहत शिविर में नियमित रूप से पर्याप्त पशु चारा भी उपलब्ध कराने और मेडिकल टीम को बाढ़ राहत शिविर में मवेशियों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने का भी निर्देश दिया गया है.


ये भी पढ़ें: Ram Rahim के जेल से बाहर आने पर कांग्रेस विधायक ने BJP से किया सवाल, हर बार चुनाव होने पर क्या मिलती रहेगी पैरोल?


टीमों का गठन
उन्होंने आगे बताया की आपदा प्रभावित लोगों के लिए सरकार के रूप में हमारी जिम्मेदारी है कि इससे प्रभावित होने वाले लोगों की मदद करें, लेकिन इसी बीच बाढ़ से प्रभावित मवेशियों का ध्यान रखना भी सरकार की ही जिम्मेदारी है. बाढ़ के बाद बीमारियां न फैलें, इसके लिए पशुपालन विभाग को त्वरित कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं. बाढ़ग्रस्त इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है. साथ ही पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की हेल्थ चेकअप के लिए 8 टीमों का गठन किया गया है. यह टीमें पशुओं के हेल्थ चेकअप के साथ-साथ पशुपालकों को बरसात के मौसम में होने वाली अन्य बीमारियों से बचाव के सुझाव देंगे. 


व्यवस्थाएं की जा रही हैं
साथ ही विभाग द्वारा पशुओं की इलाज के लिए रोटेशन के आधार पर 2 मोबाइल वैन उपलब्ध कराइ गई हैं. पशुपालन विभाग को सभी राहत शिविरों के आसपास विशेष निगरानी करने के निर्देश दिया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर मवेशियों को उचित मेडिकल सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सके. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि अब हमारी कोशिश है कि हम नियमित रूप से ग्राउंड लेवल जानकारी लेने और आवश्यक बचाव, राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए सम्बंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय के लिए कार्य करें ताकि इन बाढ़ राहत शिविरों में रहने वाले लोगों के साथ साथ मवेशियों को भी किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.