Delhi Pollution: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक बुलाई. यह बैठक करीब दो घंटे चली, जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी शामिल हुए. इस दौरान प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों पर रिपोर्ट मांगी गई.


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बैठक खत्म होने के बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया:

बैठक के बाद अपडेट:


बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी दी कि GRAP-2 लागू हो चुका है, लेकिन इसके क्रियान्वयन में वर्क फोर्स की कमी है. इस समस्या को दूर करने के लिए सिविल डिफेंस वॉलंटियरों की तैनाती का निर्णय लिया गया है, जो डस्ट और वाहनों के प्रदूषण पर नियंत्रण में मदद करेंगे.

 


दिल्ली में बाहरी राज्यों से आने वाले डीजल वाहनों को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की मदद से ट्रैफिक डायवर्जन का फैसला किया गया है.

 


केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों के कामकाज के समय में बदलाव पर भी चर्चा हुई, ताकि एक ही समय पर सड़कों पर ज्यादा वाहनों की भीड़ न हो. सरकारी और निजी वाहनों की एकसाथ मौजूदगी से भी प्रदूषण की समस्या बढ़ती है.

 


बाहरी राज्यों से आने वाली डीजल बसों पर सख्ती के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग और केंद्र सरकार से बातचीत करने का प्रस्ताव रखा गया है.

 


बैठक में आपातकालीन स्थिति में कृत्रिम वर्षा की संभावना पर भी चर्चा की गई.

 


गोपाल राय ने बताया कि उपराज्यपाल के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है, और दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ सामूहिक प्रयास जारी है। उन्होंने आम जनता से भी इस अभियान में सहयोग की अपील की.

 


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दिल्ली में फिलहाल लागू है ग्रैप का दूसरा चरण
गौरतलब है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए GRAP-2 का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है. मंगलवार सुबह 8 बजे से GRAP-2 लागू हुआ, जिसके तहत डीजल जनरेटर पर प्रतिबंध समेत कई अन्य उपाय किए गए हैं. फिलहाल, दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब है और दिवाली के आसपास इसके और बिगड़ने की संभावना है. GRAP-2 के तहत सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है और औद्योगिक इकाइयों तथा सोसाइटियों में डीजल जनरेटर के उपयोग पर रोक लगाई गई है. साथ ही दिल्ली मेट्रो और CNG बसों के फेरे बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं.