Delhi Polltuion: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह निवासियों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डाल रही है. सरकार और संबंधित विभागों को इस समस्या के समाधान के लिए अधिक प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है.
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Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को प्रदूषण के स्तर ने चिंताजनक ऊंचाइयों को छू लिया, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार चला गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को औसत AQI 433 दर्ज किया गया, जो पिछले 24 दिनों में सबसे अधिक है. कई निगरानी स्टेशनों ने 450 से ऊपर AQI रीडिंग की सूचना दी, जो खतरनाक रूप से प्रदूषित हवा का संकेत देती है.
दिल्ली में विशेष रूप से, नेहरू नगर (480), अलीपुर (471), आनंद विहार (481), सीआरआरआई मथुरा रोड (468), जहांगीरपुरी (468), और रोहिणी (466) जैसे क्षेत्रों में सबसे खराब स्थिति का सामना करना पड़ा. ये आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता कितनी खराब हो चुकी है.
यह जहरीली वायु प्रदूषण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे रहा है, जिसमें निवासियों में सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश और आंखों में जलन शामिल हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति श्वसन संबंधी बीमारियों को और बढ़ा सकती है, क्योंकि शहर एक स्वास्थ्य आपातकाल जैसी स्थिति का सामना कर रहा है.
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यह इस महीने का पहला मामला है जब प्रदूषण के स्तर ने इतनी गंभीरता को छुआ है, जबकि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) स्टेज 4 के तहत सख्त उपायों को लागू किया गया है. इसमें निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध और शहर में ट्रकों के प्रवेश पर रोक शामिल है.
मौसम संबंधी कारक जैसे धीमी हवा की गति और मध्यम कोहरा भी वायु गुणवत्ता के बिगड़ने में योगदान दे रहे हैं. इसी को लेकर मौसम विभाग (IMD) ने अगले तीन दिनों के लिए दिल्ली-एनसीआर में कोहरे के लिए पीले अलर्ट जारी किए हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है. बुधवार की सुबह हल्का कोहरा देखा गया, जिसने धुंध को बढ़ा दिया और दृश्यता को कम कर दिया.