नई दिल्ली: दिल्ली और उससे सटे आसपास के इलाकों में हो रही बेमौसम बारिश के बाद खेत में फसल पूरी तरह से बर्बाद होने के कगार पर है. किसानों का कहना है कि तेज हवा के साथ हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया, जिससे बुराड़ी इलाके में करोड़ों रुपये का नुकसान किसानों को हुआ है. किसान सरकार से हुए नुकसान को लेकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं. उन्हें बारिश और ओलावृष्टि की वजह से हुई खराब फसल के बाबत मुआवजा दिया जाए नहीं तो दिल्ली के किसान इस बार बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएंगे और उन्हें भारी नुकसान होगा.


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बुराड़ी इलाके में यमुना किनारे खेती कर रहे किसानों ने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में गेंहू, जई जौ पशुओं के लिए चारा और सब्जियां उगाई हुई थी. मार्च महीने में बारिश होने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी, क्योंकि सामान्यत है मार्च महीने में बारिश नहीं होती. शनिवार को तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी, जिससे खेत में खड़ी गेहूं और अन्य फसलें खराब हो गई, गेहूं की फसल पूरी तरह जमीन पर लेटी हुई है.


बता दें कि बुराड़ी इलाके में यमुना किनारे पुस्ते के दोनों ओर किसान बड़े स्तर पर खेती करते हैं. शनिवार को हुई बारिश ओर ओलावृष्टि की वजह से करोड़ो रूपये का नुकसान किसानों को होने की संभावना है. किसानों का कहना है कि नदियों के किनारे खेती करने वाले किसान हर बार कुदरत से लड़ाई करते है कभी बाढ़ से तो कभी बेमौसम बारिश से. इस तरह की मार से बुराड़ी के किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. 


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किसानों ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार बाहरी दिल्ली में खेती करने वाले किसानों के लिए मुआवजे का ऐलान करती है और मुआवजा भी देती है. बुराड़ी इलाके के किसानों को सरकार किसान ही नहीं मानती, क्योंकि बुराड़ी इलाका राजस्व के अनुसार सेंट्रल जोन में आता है.  अगर सरकार को अपनी किसी योजना का क्रियान्वयन करना होता है तो बुराड़ी इलाके से करती हैं. बुराड़ी इलाके में कई किसान ऐसे हैं जो जमींदारों से जमीन किराए पर लेकर खेती करते हैं. उन्हें अपना भी भरण-पोषण करना होता है और खेत मालिक को भी जमीन की उगाही देनी होती है. जनवरी-फरवरी में किसानों को बारिश को उम्मीद थी, लेकिन बारिश नहीं हुई. 


मार्च महीने में बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, इस बार फसल अच्छी हुई थी. किसानों को मुनाफे की उम्मीद थी, लेकिन बारिश ने उम्मीदों पर विराम लगा दिया है. सब्जी की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि तरबूज, खरबूजा, कद्दू, ककड़ी, खीरा ओर टमाटर जैसी सब्जियों की खेती करने वाले किसान भी बारिश की वजह से सदमे पहुंच गए हैं. खेतों में पानी भरा हुआ और पूरी तरह से खराब हो गई. अब उन्हें बाजार में उचित दाम नहीं मिलेगा और बाहरी नुकसान उठाना पड़ेगा.


अब बुराड़ी इलाके के किसान सरकार से मांग कर रहे हैं. बुराड़ी इलाके में दिल्ली सरकार अपने अधिकारियों को भेजे और सर्वे कराए, जिससे सरकार के पास सही आंकड़े पहुंच सके कि कितने किसानों को बारिश की वजह से फसल खराब होने का नुकसान उठाना पड़ा है. किसानों को उचित मुआवजा भी दिया जाए, जिसकी उम्मीद किसान दिल्ली सरकार से लगाए बैठे हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि दिल्ली सरकार किसानों के लिए मदद के तौर पर क्या कदम उठाएगी और क्या उन्हें मुआवजा मिलेगा या केवल हर बार की तरह किसानों को इंतजार ही रहेगा.


Input: अमित त्यागी