नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में बीजेपी की ओर से शपथ विवाद में आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra Pal Gautam) को खींचे जाने के बाद आज अचानक एक नया घटनाक्रम सामने आया. शपथ विवाद में घिरे समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. एक लेटर के माध्यम से उन्होंने यह जानकारी दी. 


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उन्होंने लिखा- मैं राजेंद्र पाल गौतम एक सच्चा देशभक्त एवं मन व हृदय से अंबेडकरवादी हूं. तथागत बुद्ध की प्रज्ञा, करुणा, शील, मैत्री एवं अष्टांगिक मार्ग जो जीवन के आदर्शों, मूल्यों व मानव कल्याण की भावना से ओतप्रोत है. हमें सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी एवं सम्यक कर्म की ओर ले जाता है. यह मार्ग जीवन के आदर्शों का मार्ग है. पिछले कुछ वर्षों से मैं लगातार देख रहा हूं कि मेरे समाज की बहन-बेटियों की इज्जत लूट कर उनका कत्ल किया जा रहा है, कहीं मूंछ रखने पर हत्या हो रही हैं, कहीं-कहीं मंदिर में प्रवेश करने पर और मूर्ति छूने पर अपमान की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं. यहां तक कि पानी का घड़ा छू लेने पर बच्चों तक की दर्दनाक हत्याएं की जा रही हैं. घोड़ी पर रात तक बरात निकालने पर घृणास्पद हमला कर जान तक ली जा रही है. ऐसी जातिगत भेदभाव की घटनाओं से मेरा हृदय हर दिन छलनी होता है.


केजरीवाल पर जुबानी हमले से दुखी 


मंत्री ने लिखा- मैं 5 अक्टूबर 2022 को अंबेडकर भवन रानी झांसी रोड पर मिशन जय भीम एवं बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा अशोक विजयदशमी के अवसर पर आयोजित बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह में एक समाज का सदस्य होने के नाते व्यक्तिगत रूप से शामिल हुआ था. इसका आम आदमी पार्टी और मेरे मंत्रिपरिषद से कुछ लेना-देना नहीं था. कार्यक्रम के बाबासाहेब के प्रपौत्र राजरत्न अंबेडकर द्वारा बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञा दोहराई गई, जिसे 10000 से अधिक लोगों के साथ-साथ मैंने भी दोहराया था. उसके बाद मैं देख रहा हूं कि भाजपा हमारे नेता अरविंद केजरीवाल जी और आम आदमी पार्टी को निशाना बना रही है, यह मेरे लिए बहुत ही दुखदाई है.


समाज कल्याण मंत्री ने कहा, मुझे अरविंद केजरीवाल जी ने बहुत सम्मान एवं सहयोग दिया है, जिसके लिए मैं सदैव उनका आभारी रहूंगा  मैं पार्टी द्वारा भारत को मजबूत करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पाना, रोजगार, महिला एवं बाल सुरक्षा एवं समाज कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की हृदय से सराहना करता हूं. इसी राह पर चलने से ही बाबासाहेब अंबेडकर जी के सपने साकार होंगे.


अम्बेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं से भाजपा को आपत्ति 
समाज कल्याण मंत्री बाबासाहेब द्वारा दिलाई गई वह 22 प्रतिज्ञाएं, जिन्हें भाजपा सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, थावर चंद गहलोत ने Dr Babasaheb Ambedkar: Writings and Speeches, Vol-17 में भी छपवाया था. बाबासाहेब द्वारा दिलाई गई वह 22 प्रतिज्ञाएं हर वर्ष देश के कोने-कोने में हजारों स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में करोड़ों लोगों द्वारा दोहराई जाती हैं. भाजपा को बाबा साहेब एवं उनके द्वारा दिलाई गई इन 22 प्रतिज्ञाओं से आपत्ति है, जिसका इस्तेमाल करके भाजपा गंदी राजनीति कर रही है और इससे आहत होकर मैं अपने मंत्री पद से त्यागपत्र दे रहा हूं. 


जान से मारने की धमकी  


मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से नेता अरविंद केजरीवाल जी और मेरी पार्टी पर किसी तरह की आंच आए. मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही होने के नाते तथागत बुद्ध और बाबा साहेब द्वारा दिखाए गए न्याय संगत एवं समता मूलक संवैधानिक मूल्यों का आजीवन निर्वाह करूंगा. मैं अपनी बहन-बेटियों और समाज के लोगों की हक और अधिकार की लड़ाई को पूरे जीवन बेहद मजबूती के साथ लडूंगा.


कुछ मनुवादी मानसिकता के लोग सोशल मीडिया व फोन पर मुझे, मेरे परिवार व मेरे साथियों को जानमाल का नुकसान पहुँचाने की धमकी दे रहे है, लेकिन मैं इन सबसे डरने वाला नहीं हूं. मैं अपने समाज के हक व अधिकार की लड़ाई को बेहद हिम्मत, ईमानदारी एवं मजबूती के साथ लडूंगा। समाज के हक की इस लड़ाई में यदि मुझे अपनी कुर्बानी ही क्यों न देनी पड़े, लेकिन मैं इस लड़ाई को रुकने नहीं दूंगा.