Delhi Water Crisis in Summer: मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में इस बार भीषण गर्मी पड़ने वाली है. वहीं IMD ने अनुमान लगाया है कि इस बार गरामी की  अवधि भी लंबी होगी, जिस कारण दिल्ली के लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. वहीं दिल्ली जल बोर्ड (GJB) मांग के अनुसार बहुत कम पानी की आपूर्ती कर पाता है. दिल्ली को वर्तमान में 1290 मिलियन गैलन प्रतिदिन (MGD) पानी की मांग है. वहीं उसे अभी 990 MGD पानी ही मिल रहा है, जिसमें कि 864 MGD सतही पानी और 126 MGD भूजल शामिल है. 


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बता दें कि पहले से ही पानी की कमी को झेल रही दिल्ली को इस बार गर्मी में और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. वहीं इसको लेकर दिल्ली सरकार ने इसका समाधान ढूंढने के लिए सूक्ष्म स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. दिल्ली में पानी की आपूर्ती बढ़ाने के लिए DJB उच्च जल स्तर वाले क्षेत्रों में नलकूप, 6 जगहों पर आरओ संयंत्रों की निकासी और स्थापना, झीलों में अच्छी गुणवत्ता वाले उपचारित प्रवाह का पुनर्भरण, विकेंद्रीकृत स्थापना पर काम कर रहा है. वहीं पूर्वी दिल्ली में अमोनिया रिमूवल ट्रीटमेंट प्लांट, ओखला में 6 एमजीडी अमोनिया रिमूवल डब्ल्यूटीपी का पुनर्वास और बवाना में रिसाइकिलिंग प्लांट बनेगा.


पानी के मुद्दे को लेकर दिल्ली के जल मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली जल बोर्ड के साथ मंगलवार को एक बैठक की, जिसमें उन्होंने दिल्ली के लिए पानी के सभी मौजूदा स्रोतों, पानी के संभावित नए स्रोतों और पानी में प्रदूषण के कारणों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की.


वहीं बैठक में कैलाश मंत्री ने कहा कि स्वच्छ पानी-भोजन और बिजली की तरह हर आदमी का अधिकार है. डीजेबी 15,300 किमी के अपने विस्तृत नेटवर्क के साथ दिल्ली की सभी कॉलोनियों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई रणनीतियों पर काम कर रहा है. वहीं DJB यह सुनिश्चित कर रहा है कि दिल्लीवासियों को स्वच्छ पानी मिले.