नई दिल्ली: राजधानी में जल्द ही उस मैली यमुना को भूल जाएंगे, जो ब्रिज से निकलते समय किसी बड़े नाले जैसी दिखती है. इतना ही नहीं दिल्ली में लोग वीकेंड और छुट्टियों पर नदी में मोटर बोट की सवारी का भी आनंद उठाते नजर आएंगे. लोग सिग्नेचर ब्रिज से ITO तक मोटर बोट की सवारी कर सकेंगे.   


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बीते शनिवार को ट्रायल के लिए यमुना में उतारी जा चुकी है. नौसेना मोटर बोट के लिए यमुना में रास्ता बना रही है. दिल्ली में जब वजीराबाद के पास सिग्नेचर ब्रिज बनकर तैयार हुआ, तब सरकार की तरफ से कहा गया था कि जल्द यमुना के आसपास की एरिया को डेवलप कर एक खूबसूरत पर्यटक स्थल बनाया जाएगा. ब्रिज को ओर आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए सिग्नेचर ब्रिज के नीचे बह रही यमुना में टैक्सी मोटर बोट भी चलाई जाएगी.



कोच्चि से लाई गई वर्क बोट
यमुना में भारतीय नौसेना की वर्क बोट ने सिग्नेचर ब्रिज और आईटीओ के बीच 11 किलोमीटर की पहली यात्रा पूरी की. यह वर्क बोट हाल ही में कोच्चि से लाई गई है. सिग्नेचर ब्रिज और आईटीओ ब्रिज के बीच यमुना का निरीक्षण करने के बाद उपराज्यपाल ने नौसेना से आधिकारिक तौर पर एक बोट उपलब्ध कराने की मांग की थी.


एक साथ 35 लोग हो सकेंगे सवार 
वर्क बोट की लंबाई 11 मीटर और चौड़ाई 1.7 मीटर है. इसका वजन लगभग 12 टन है. इसमें 35 यात्री सवार हो सकते हैं. यमुना नदी में मोटर बोट संचालन का ट्रायल होने के बाद लोगों में गजब का उत्साह देखा गया. सिग्नेचर ब्रिज घूमने आए लोगों का कहना है कि वे मोटर बोट में घूमने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
 
सिग्नेचर ब्रिज से ITO तक बनाया जा रहा ट्रैक 
यमुना में मोटर बोट चलाने की लिए कम से कम 3 मीटर (करीब 10 फुट) पानी होना जरूरी है. सिग्नेचर ब्रिज से ITO तक यमुना में रास्ता क्लियर करने का कार्य वाटर क्रेन बोट से शुरू किया जा चुका है.


हिमाचल और उत्तराखंड का मजा 
हर रोज सिग्नेचर ब्रिज पर घूमने के लिए सैकड़ों सैलानी आते हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की तरफ से आसपास के एरिया को धीरे-धीरे पर्यटक स्थल बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. यदि सिग्नेचर ब्रिज के पास पर्यटक स्थल बनकर तैयार होता है और यमुना में टैक्सी मोटर बोट चलती हैं तो हिमाचल और उत्तराखंड की तरह दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज राजधानी की खूबसूरती में चार चांद लगा देगा. 
इनपुट: नसीम अहमद