Chhath Puja Day 4: किस समय दिया जाएगा उगते सूर्य को अर्घ्य, जानें सही समय और रखें इन बातों का ध्यान
कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का महापर्व मनाया जाता है. छठ पूजा बिहार, झारखंड और पूर्वांचल का खास त्योहार है जो कि बहुत ही धूमधाम और आस्था के साथ मनाया जाता है. छठ पर डूबते सूरज और उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है साथ ही छठी मैया की पूजा की जाती है.
Chhath Puja 2023 Day 4: कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का महापर्व मनाया जाता है. छठ पूजा बिहार, झारखंड और पूर्वांचल का खास त्योहार है जो कि बहुत ही धूमधाम और आस्था के साथ मनाया जाता है. छठ पर डूबते सूरज और उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है साथ ही छठी मैया की पूजा की जाती है. छठ के दिन व्रत भी रखा जाता है जो कि पूरे 36 घंटे की अवधी का होता है. पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना. तीसरे दिन डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है. इसी के साथ चौथे दिन उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है. आइए आपको बताते हैं चौथे दिन का महत्व और सूर्योदय का सही समय.
Chhath Puja 2023 Schedule
नहाय खाय- पहले दिन
खरना पूजा- दूसरे दिन
संध्याकालीन या अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य- तीसरे दिन
उषा अर्घ्य या उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देना- चैथे दिन
Chhath Puja 2023 4th Day
चार दिन तक मनाए जाने वाले छठ पर्व का अंत हो जाएगा, आज की सुबह मुख्य होती है. छठ के चौथे दिन उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है, जिसे उषा अर्घ्य या उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देना कहा जाता है. इस दिन व्रती घाट पर सूरज उगने से पहले पानी में खड़ें हो जाते हैं और उगते सूरज को जल अर्पित करते हैं.
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Chhath Puja 2023 Surya Arghya Time in India
आइए आपको बताते हैं आज का यानी 20 नवंबर को सूर्योदय का सही समय
- दिल्ली में सूर्योदय: 6: 47
- मुंबई में सूर्योदय: सुबह 6:48
- पटना में सूर्योदय: सुबह 6:01
- भागलपुर में सूर्योदय: सुबह 6:02
- वाराणसी में सूर्योदय: सुबह 6:19
- धनबाद में सूर्योदय: सुबह 6:01
- कोलकाता में सूर्योदय: सुबह 5:52
सूर्य को सुबह अर्घ्य देते समय इन बातों का रखें ध्यान (Surya Arghya Niyam)
- सूर्य को अर्घ्य देते समय मुख को पूर्व दिशा की ओर रखें.
- तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें.
- जल दोनों हाथों से चढ़ाएं.
- अगर पानी की धार की सूरज की किरणें पड़ी तो शुभ होता है.
- सूर्य को अर्घ्य देने वाले लोटे में फूल और कुमकुम जरूर ड़ालें.