Shani Vakri 2023: शनि की उल्टी चाल से बढ़ेगी इन 3 राशि के जातकों की मुश्किलें, जानें बचने के उपाय
Shani Vakri 2023: शनि 17 जून को रात्रि 10 बजकर 48 मिनट पर स्वराशि कुंभ में वक्री होने जा रही हैं, जिसका असर सभी राशियों पर पड़ेगा. कुछ राशि के जातकों को शनि के राशि परिवर्तन के दौरान सावधान रहने की जरूरत है.
Shani Vakri 2023: ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व माना जाता है. शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है, जो ढाई साल में राशि गोचर करते हैं. जनवरी महीने में शनि ने गोचर करके कुंभ राशि में प्रवेश किया है और अब वो मार्च 2025 तक कुंभ राशि में ही रहेंगे. लेकिन इस बीच शनि स्वराशि कुंभ में वक्री होने जा रही हैं. पंचांग के अनुसार 17 जून को रात्रि 10 बजकर 48 मिनट पर शनि वक्री होंगे, जिसका असर सभी राशियों पर भी पड़ेगा. कुछ राशि के लिए शनि का राशि परिवर्तन अच्छा रहने वाला है तो वहीं कुछ को सावधान रहने की जरूरत है.
17 जून को वक्री होंगे शनि
शनि 17 जून को रात्रि 10 बजकर 48 मिनट 4 नवंबर 2023 तक वक्री रहेंगे. शनि की उल्टी चाल के कारण केंद्र त्रिकोण राजयोग का भी निर्माण होगा, जिससे तीन राशियों के लिए ये बेहद शुभ रहने वाला है. वहीं इस दौरान कई राशियों के लिए बुरा समय भी शुरू हो जाएगा.
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इन तीन राशि के जातक रहें सावधान
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को शनि के वक्री होने पर ढेर सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इस दौरान अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें. पैसों के लेन-देन के दौरान विशेष सावधानी रखने की जरूरत है, बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा.
कन्या राशि
शनि का वक्री होने से कन्या राशि के जातकों के बुरे दिन शुरू हो सकते हैं. इस दौरान परिवार के लोगों के बीच आपसी मतभेद बढ़ेगा. सेहत संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है. वाहन चलाते हुए विशेष ध्यान रखें.
मीन राशि
मीन राशि के जातकों को भी शनि के वक्री होने के बाद सावधान रहना होगा. नौकरीपेशा लोगों को किसी बात की चिंता रह सकती है. शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को इस दौरान बड़ा नुकसान हो सकता है.
शनि की उल्टी चाल से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
शनि देव की उल्टी चाल से बचने के लिए 17 जून से हर दिन सुबह उठकर हल्दी मिले हुए जल को सूर्य देवता को अर्पित करें. सुबह पूजा करने के दौरान शनि देव के मंत्र का जाप करें और शनिवार को शाम के वक्त पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं. शनि की उल्टी चाल से बचने के लिए शनिवार के दिन मंदिर के बाहर काले तिल का दान करें.
Disclaimer- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEE MEDIA इनकी पुष्टि नहीं करता है.