Trending Photos
Stressed Elephant In Thailand: थाईलैंड के कोह याओ हाथी देखभाल केंद्र में हाथी के हमले में एक स्पेनिश महिला की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार, यह घटना पिछले शुक्रवार को उस समय हुई जब 22 वर्षीय ब्लांका ओजांगुरेन गार्सिया हाथी को नहला रही थीं. इस दौरान हाथी ने उन्हें गुस्से में आकर मार डाला. बीबीसी की रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्लांका गार्सिया जो स्पेन के नवार्रा विश्वविद्यालय में कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की छात्रा थीं, ताइवान में एक स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत रह रही थीं. वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ थाईलैंड यात्रा पर आई थीं, जिन्होंने हमले को अपनी आंखों से देखा.
ये भी पढ़ें: गर्लफ्रेंड का चक्कर बाबू भैया... ,प्रेमिका के लिए स्टंट बना जिंदगी का आखिरी पल, शेरों के हमले में गई शख्स की जान
हाथी के हमले में महिला की जान गई
स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बारेस ने कहा कि बैंकॉक में स्थित स्पेन के वाणिज्य दूतावास ने गार्सिया के परिवार की मदद शुरू कर दी है. बीबीसी की खबर के मुताबिक, थाईलैंड में हाथियों को नहलाना एक लोकप्रिय पर्यटन गतिविधि है, जहां पर्यटक हाथियों के साथ समय बिताते हैं. इस देश में 4,000 से अधिक जंगली हाथी हैं और इसके समान संख्या में हाथी बंदी में रखे गए हैं. कोह याओ केंद्र पर्यटकों को हाथियों को खाना देने, नहलाने और उनके साथ चलने की सुविधा प्रदान करता है. इन गतिविधियों के लिए पर्यटकों से 1,900 से 2,900 बैट (लगभग 55 डॉलर से 85 डॉलर) तक की फीस ली जाती है.
हाथी का तनाव और पर्यटकों के साथ संपर्क
विशेषज्ञों के अनुसार, हाथी शायद पर्यटकों के साथ संपर्क करने के कारण तनाव में था, जो उसकी प्राकृतिक आदतों से बाहर था. स्पेनिश अखबार क्लारिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों ने कहा कि जब हाथी अपने प्राकृतिक आवास से बाहर होता है और पर्यटन गतिविधियों में शामिल होता है, तो उसे मानसिक तनाव हो सकता है. पशु अधिकार कार्यकर्ता पहले ही हाथी नहलाने की गतिविधियों की आलोचना कर चुके हैं. उनका कहना है कि यह गतिविधियां हाथियों की स्वाभाविक सफाई प्रक्रिया को बाधित करती हैं और उन्हें अनावश्यक तनाव और चोटों का सामना कराती हैं.
हाथियों के साथ नहलाने की गतिविधियों पर आलोचना
अंतरराष्ट्रीय संगठन वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन ने कई वर्षों से थाईलैंड समेत कई देशों से बंदी हाथियों के प्रजनन पर रोक लगाने की अपील की है. संगठन का कहना है कि एशिया में पर्यटन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे छह में से चार हाथी गंभीर रूप से अनुचित परिस्थितियों में रहते हैं, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं. इस दुखद घटना ने थाईलैंड में हाथियों के संरक्षण और पर्यटन गतिविधियों की नैतिकता पर एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है.