Somvati Amvasya: हिंदू धर्म में सावन का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. ऐसी मान्यताएं हैं कि इस महीने में भगवान शिव स्वर्ग से चलकर धरती पर आते हैं. इस महीने में भगवान भोलेनाथ सबकी इक्षाएं पूरी करते हैं. सावन में पड़ने वाले सोमवती आमवस्या का भी बहुत महत्व माना जाता है. सोमवती आमवस्या का दिन भगवान शिव की पूजा-पाठ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. 


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इस दिन है सोमवती आमवस्या
इस बार सोमवती आमवस्या सावन महीने के 17 जुलाई को है. 17 जुलाई को सोमवार पड़ने के कारण इसे सोमवती आमवस्या कहा गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन श्राद्ध कर्म करने से व्यक्ति को काफी पुण्य की प्राप्ति होती है. बता दें कि सोमवती आमवस्या के दिन सावन का दूसरा सोमवार भी है. ऐसे में इस दिन भगवान शिव का पर्व रखने वाले लोगों को भगवान शिव का काफी आशिर्वाद मिल सकता है. 


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ये मुहूर्त कर लें नोट
हिंदू पंचांग के अनुसार सोमवती आमवस्या यानी 17 जुलाई के दिन पुनर्वसु नक्षत्र का निर्माण होगा. इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धी योग भी इस दिन बनने वाला है. पुनर्वसु नक्षत्र 18 जुलाई सुबह 05:11 बजे तक वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग 18 जुलाई को 05:11 बजे से 05:35 बजे तक रहने वाला है. 


क्या करें
सोमवती आमवस्या के दिन आपको कुछ चीजों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. इस दिन आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि आपको राहु का उपाय जरूर करना चाहिए. इसके साथ ही इस दिन आपको राहु स्तोत्र का जाप करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से व्यक्ति को राहु के दोष से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही इस दिन आपको पीपल के पेड़ में पानी देना चाहिए और पीपल में 108 परिक्रमा कर सूत लपेटना चाहिए.