Diwali 2023: इस साल दिवाली के मौके पर अमूमन आग लगने की घटानाओं में काफी तेजी आ जाती है. पटाखों की वजह से आग तो कभी दीए तो कभी शॉर्ट सर्किट के चलते आग की छोटी-छोटी घटनाएं बड़ी विकराल रूप धारण कर लेती है, लेकिन दमकलकर्मियों के लिए बड़ी चुनौती तब बढ़ जाती है. जब आग संकरी और तंग गलियों में लगती है. साथ ही दमकलकर्मियों को घटनास्थल पर पहुंचने में देरी के चलते एक छोटी सी आग की घटना भीषण हो जाती है. जिससे कि जानमाल का भारी नुकसान हो जाता है. इन्हीं नुकसान से बचने के लिए दिल्ली फायर सर्विस ने इस बार खास तैयारी की है.


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दमकल विभाग ने अपने बेड़े में 10 मोटर साइकिल कम फायर रिस्पोंडर को शामिल किया है. इस मोटर साइकिल के जरिये तंग गलियों में पहुंचकर आग बुझाने का काम किया जाएगा. दमकलकर्मी अपने कंधे पर 20 से 25 किलो वजन का सिलेंडर, जिसमे फोम और पानी का होगा, जिससे दमकलकर्मी घटनास्थल पर पहुंच कर आग बुझाने का काम करेंगे. 


इसके साथ योद्धा गाड़ी भी इस बेड़े में लॉच की गई है. जिसको इस दिवाली पर आग लगने वाली संभावित जगहों पर तैनात किया जाएगा. क्योंकि बड़ी-बड़ी फायर टेंडर को तंग गलियों में पहुंच पाने में काफी दिक्तों का सामना करना पड़ता है.


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चीफ फायर अफसर अतुल गर्ग का कहना है कि अगर आंकड़े पर नजर डाले तो दिवाली के मौके पर हर साल औसतन 200 से जायदा आग की लगने की कॉल आती है. साल 2022 में 201 मामले सामने आए थे, वहीं साल 2021 में 152 मामले, 2020 में 205 मामले, 2019 में 245 तो वहीं 2018 में 271 मामले आए थे. इन्हीं घटनाओं को देखते हुए इस बार दिवाली से पहले इस तरह से खास तैयारी की जा रही है.


वहीं दूसरी ओर बात करें तो रोबोट के बाद अब ड्रोन के जरिये भी दिल्ली दमकल विभाग अपने बेड़े में फायर फाइटर शमिल करने की तैयारी चल रही है. दमकल विभाग लगातार इसका डेमो कर रहा है. गुजरात आईआईटी ने भी अपना डेमो किया है. इस डेमो को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे आने वाले दिनों में ड्रोन से आग काबू पाया जा सकेगा.


Input: राजू राज