नई दिल्ली: दिल्ली की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने 13 और महिला ड्राइवरों (Women Drivers) को दिल्ली परिवहन निगम (DTC) में नियुक्त किया है. परिवहन मंत्री (Transport Minister) ने सभी महिला ड्राइवरों को नियुक्ति पत्र सौंपे. 


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दिल्ली में महिला ड्राइवरों (Women Drivers) की संख्या बढ़कर हुई 34
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने राजघाट डिपो में आयोजित एक कार्यक्रम में 13 प्रशिक्षित महिला चालकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. डीटीसी में अब कुल 34 महिला चालक हैं. 


परिवहन विभाग द्वारा चलाया जा रहा 'मिशन परिवर्तन'
अप्रैल 2022 में, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 'मिशन परिवर्तन' की शुरुआत की थी.इस योजना के तहत अब तक 123 महिलाओं ने प्रशिक्षण पूरा कर लिया है वहीं चौथे बैच को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 


केजरीवाल सरकार ने पिछले साल जुलाई में पेशेवर टैक्सी ड्राइवर बनने के लिए ड्राइवर प्रशिक्षण लेने की इच्छुक महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एक योजना भी शुरू की थी. इसके अनुसार प्रशिक्षण का 50% अर्थात प्रत्येक महिला के लिए लगभग 4800 रुपये परिवहन विभाग द्वारा वहन किया जा रहा है. इसके तहत बुराड़ी, लोनी और सराय काले खां में स्थापित इन-हाउस ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्रों में महिलाओं का प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है. 


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आवेदन करने के मानदंडों (Relaxes Norms and Eligibility) में मिली ढील 
 ड्राइविंग में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से बस चालक के रूप में आवेदन करने के लिए महिलाओं की न्यूनतम ऊंचाई 159 सेमी से घटाकर 153 सेमी कर दी गई. इसके साथ ही भारी मोटर वाहन (HMV) लाइसेंस जारी करने के बाद के अनुभव मानदंड को भी 3 साल से कम करके एक साल कर दिया गया. 


आज जिन 13 महिलाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया, उनमें से 10 महिलाओं ने केजरीवाल सरकार के 'मिशन परिवर्तन' पहल के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया है. इस पहल के परिणामस्वरूप कुल 17 महिलाएं अब डीटीसी का हिस्सा हैं, जबकि बाकी 17 महिलाओं को सीधे डीटीसी द्वारा भर्ती किया गया है.


आज 13 महिला ड्राइवरों को नियुक्ति पत्र मिला, जिसमें अबिता मिश्रा (बिहार), लक्ष्मी रावत (उत्तर प्रदेश), आशा रानी (पश्चिम बंगाल) और नीतू देवी (राजस्थान) से हैं. निर्मला देवी, रेखा, लता राठौड़, राजकुमारी, मीना और माया देवी दिल्ली से और निशा, सोनिया और उषा रानी हरियाणा से हैं.


डीटीसी ड्राइवर बनने के बाद इन महिलाओं की कई प्रेरक बातें सामने आईं. केजरीवाल सरकार को धन्यवाद देते हुए, अबिता मिश्रा ने कहा 'हमें केजरीवाल सरकार ने कुएं के मेंढक से उड़ता परिंदा बना दिया'. उषा रानी ने बताया कि 'उन्होंने राष्ट्रीय स्तर का भारोत्तोलन पदक जीता है. जीवन में कुछ नया करने के उनके जज्बे ने उन्हें डीटीसी में शामिल होने और 12 मीटर लम्बी बस चलाने के लिए प्रेरित किया'.  लक्ष्मी रावत ने बताया कि '2017 में वो कैब ड्राइवर थीं और उनका सपना बस चलाने का था, लेकिन ट्रेनिंग फीस के पैसे नहीं थे. बाद में उन्हें केजरीवाल सरकार के ट्रेनिंग प्रोग्राम के बारे में पता चला और आज वो अपने सपने पूरे कर रहीं हैं '.