फतेहाबाद:  हरियाणा में ई टेंडरिंग (E Tendering) और राइट टू रिकॉल को लेकर (Right to Recall) सरकार और ग्राम सरपंचों के बीच की रार थमने का नाम नहीं ले रही है. अब सरपंचों ने अपने गांवों में सत्ताधारी पार्टी (BJP/JJP) के नेताओं के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. इतना ही नहीं गांवों के बाहर पोस्टर लगाकर नेताओं को चेतावनी दी है गई है कि जब तक उनकी मांगें  पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनका बहिष्कार किया जाएगा और किसी को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा.


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सरपंचों ने शनिवार को गांव देहात बचाओ आंदोलन (Ganv Dehat Bachao Andolan) की शुरुआत फतेहाबाद के समैण गांव से कर दी. सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष और गांव समैण (Samain Village) के सरपंच  रणवीर सिंह ने अपने गांव के बाहर नेताओं के बहिष्कार का एक बोर्ड लगवा दिया है. इस बोर्ड में लिखा है-पंचायती राज एक्ट पूर्ण रूप से लागू करो. जब तक ऐसा नहीं लिया जाता, तब बीजेपी और जेजेपी नेताओं का गांव आने पर बहिष्कार किया जाएगा.


रणवीर सिंह ने बताया कि हम सरपंच अपने हकों की लड़ाई लड़ रहे हैं और जब तक ई टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल का मामला सुलझता नहीं है, तब तक सत्ताधारी नेताओं को गांव के सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने दिया जाएगा, उनका बहिष्कार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के सरपंचों को भी अपने गांवों के बाहर इस तरह के बोर्ड लगवाने को कहा गया है.


3 अप्रैल को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन 
मांगें पूरी नहीं किए जाने पर सरपंच एसोसिएशन ने 3 अप्रैल को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन का ऐलान किया है. रणवीर सिंह ने बताया कि वे हरियाणा के सभी जिलों का दौरा कर सरपंचों को दिल्ली पहुंचने का निमंत्रण दे रहे हैं. अब आने वाले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश में घूमकर हरियाणा सरकार के खिलाफ दिल्ली में आवाज उठाई जाएगी.